ग्वालियर। रेलगाडिय़ों में रिजर्वेशन नहीं मिल रहा है तो बस स्टेंड पर भी तिल धरने को जगह नहीं है। कुछ इस तरह के नजारे इन दिनों रेलवे स्टेशन व बस स्टेंड पर देखने को मिल रहे हैं। लोग अपने वेटिंग के टिकट को कंफर्म कराने स्टेशन पहुंच रहे हैं। लोग होली के त्योहार पर किसी भी तरह अपने घर जाने की जल्दी में हैं।
होली के त्योहार को लेकर ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर भीड़ बढऩे लगी है और जिसको जिस प्रकार से छुट्टी मिली है, वह उस तरह से अपने जाने का इंतजाम कर रहा है, वहीं बाहर से भी लोग महानगर-जिले सहित आस-पास के क्षेत्रों में अपने घर आने के लिए वापस आ रहे हैं, जो कि रेलगाडिय़ों से घर के निकटतम स्थान तक पहुंचने की व्यवस्था कर रहे हैं।
ग्वालियर सहित आस-पास के इलाकों के लोग बड़ी संख्या में गुजरात, महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत के नगरों में काम करते हैं जो कि होली के त्योहार पर आने के लिए ठसाठस भरी रेलगाडिय़ों के जनरल बोगियों में सफर कर आ रहे हैं। जिसका कारण उनको एक माह से प्रयास करने के बाद भी रिजर्वेशन नहीं मिले थे।
बसों में जाने वाले यात्रियों के बीच स्लीपर कोचों की मांग तेज है, जिसका कारण रात के सफर को सोते हुए कर सकने की कोशिश है, जिससे थकान के चलते बीमार होने की स्थिति से बचना है।
ट्रेन में आरक्षण सीट पाने के लिए दलालों के पास लोग पहुंच रहे हैं, जिसमें एसी कोच में एक सीट की रेट दलाल 1 से 2 हजार रुपए में सीट दिलाने का दावा कर रहे हैं, इसके अलावा स्लीपर कोच में 5 सौ रुपए तक रेट पहुंच गई है।
रेलगाडिय़ों में टिकट न मिलने के चलते बस मार्ग के न होने से जनरल कोचों में लटककर जाने की स्थिति यात्रियों की बन रही है, जिसके चलते जनरल कोचों के बाहर दरवाजे तक अधिक भीड़ नजर आने लगी है।