जनपद उपाध्यक्ष रामपुर नैकिन द्वारा पुलिस अधीक्षक से की गई थी एसडीओपी चुरहट के काले कारनामों की शिकायत, बौखलाये एसडीओपी जनपद उपाध्यक्ष को परेशान कर पुलिस की छवि कर रहे धूमिल
सीधी :एसडीओपी चुरहट द्वारा जनपद उपाध्यक्ष को नियम विरूद्ध निर्वाचन शिकायत की जांच नोटिस भेजना सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल जनपद उपाध्यक्ष रामपुर नैकिन द्वारा एसपी से एसडीओपी चुरहट के काले कारनामों की शिकायत की गई थी, जिससे बौखलाये एसडीओपी अब जनपद उपाध्यक्ष को परेशान कर पुलिस की छवि धूमिल कर रहे हैं।एसडीओपी चुरहट द्वारा जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के उपाध्यक्ष ऋषिराज मिश्रा को नोटिस भेजकर अपने कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। एसडीओपी द्वारा जारी नोटिस में यह नहीं दर्शाया गया है कि किस संबंध में जनपद उपाध्यक्ष को अपने कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिये गये हैं।
फिर भी यह जानकारी मिली कि उनके यहां यह शिकायत पहुंची है कि पंचायत चुनाव के दौरान आपराधिक प्रकरणों की जानकारी छिपाई गई थी। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि निर्वाचन संबंधित अनियमितताओं पर सुनवाई का अधिकार कलेक्टर को है। किन्तु पुलिस निर्वाचन संबंधी शिकायत की जांच कैसे अपने हांथ में लेकर उपस्थित होने के लिये नोटिस जारी कर रही है। उधर बताया गया है कि जनपद उपाध्यक्ष ऋषिराज मिश्रा द्वारा चुरहट एसडीओपी के कारनामों की शिकायत पुलिस अधीक्षक सीधी से लिखित रूप से की गई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि एसडीओपी चुरहट के द्वारा अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है।
कई ऐसे आदतन अपराधियों को बचाया जा रहा है जिनके विरूद्ध रामपुर नैकिन थाना में गंभीर धाराओं में सालों से मामला पंजीबद्ध है। फिर भी इसमें पुलिस जांच पूरी नहीं कर रही है। इसमें सबसे ज्यादा चर्चित संविदा शिक्षाकर्मी भर्ती घोटाले के मास्टर माइंड राकेश पाण्डेय ग्राम सगौनी का मामला है। जिनकी जमानत याचिका हाईकोर्ट में खारिज हो चुकी है। उक्त आरोपी के खिलाफ पांच से ज्यादा ठगी, शासकीय राशि हड़पने, कूट रचित दस्तावेज तैयार कर आपराधिक गतिविधियां संचालित करने आदि के मामले दर्ज हैं। अधिकांश मामलों की जांच एसडीओपी चुरहट के द्वारा की जा रही है। उनके द्वारा ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति को संरक्षण दिया जा रहा है। इसी बौखलाहट में एसडीओपी द्वारा अपने अधिकारिता क्षेत्र से बाहर जाकर चुनावी शिकायत की जांच की जा रही है
निराधार शिकायत की नियम विरूद्ध जांच कर रहे एसडीओपी: ऋषिराज
जनपद पंचायत रामपुर नैकिन उपाध्यक्ष ऋषिराज मिश्रा ने नवभारत से चर्चा करते हुए बताया कि एसडीओपी चुरहट द्वारा जिस शिकायत की जांच के कथन के लिए नोटिस जारी की गई है वो निराधार है। एसडीओपी चुरहट द्वारा निर्वाचन आवेदन पत्र में मेरे द्वारा जिन अपराधिक प्रकरणों की जानकारी छुपाने की शिकायत की जांच की बात कही जा रही है सभी प्रकरण वर्ष 2015-16 में माननीय न्यायालय द्वारा निराकृत कर दोषमुक्त कर दिया गया था। जिसकी लिखित सूचना वर्ष 2022 में चौकी पिपरांव एवं थाना रामपुर नैकिन में देकर निराकृत प्रकरणों का सत्यापन कर सत्यापित प्रतिलिपि मांगी जा चुकी है। अधिवक्ताओं के अनुसार इस तरह की शिकायत की जांच का अधिकार एसडीओपी चुरहट को नही है। नियम विरुद्ध तरीके से एसडीओपी चुरहट द्वारा की जा रही जांच एवं नोटिस जारी करने का मुख्य कारण यह है कि मेरे द्वारा उनके क्रियाकलापों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की गई थी। उसी से बौखलाकर वो निराधार शिकायत को आधार बनाकर जांच के नाम पर मुझ पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
इनका कहना है
निर्वाचन संबंधी शिकायतों की सुनवाई का अधिकार कलेक्टर को है। पुलिस निर्वाचन संबंधी किसी भी शिकायत की सुनवाई नहीं कर सकती।
अरविन्द शुक्ला, वरिष्ठ अधिवक्ता, जिला न्यायालय सीधी
जनपद पंचायत का चुनाव लडऩे के दौरान आपराधिक प्रकरणों की जानकारी छिपाई गई थी। कूटरचित प्रपत्र जमा कराये गये थे, इसी संबंध में जनपद उपाध्यक्ष रामपुर नैकिन को नोटिस भेजकर तलब किया गया है। जांच के दौरान यदि संज्ञेय अपराध नहीं मिलेगा तो कार्रवाई नहीं होगी। यदि संज्ञेय अपराध मिला तो मामला पंजीबद्ध होगा।
आशुतोष द्विवेदी, एसडीओपी चुरहट