एक थाने से दूसरे थाने भटकता रहा छात्र, 8 घंटे बाद दर्ज हुआ प्रकरण
नवभारत न्यूज
रीवा, 9 जुलाई, मनगवां थाना अन्तर्गत मंगलवार को एक छात्र का दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशो द्वारा अपहरण कर लिया गया और दस किलो मीटर दूर ले जाकर सगरा मोड़ के पास जमकर मारपीट की गई. जिससे छात्र के शरीर में गंभीर चोटे आई. मारपीट के बाद छात्र को वही छोड़ दिया गया. पीडि़त छात्र सुबह लगभग 10 बजे मनगवां थाना शिकायत करने पहुंचा. जहा छात्र को यह कह कर भगा दिया गया कि यह मामला थाना क्षेत्र का नही है. एक महिला आरक्षक ने पीडि़त को माँ बहन की गाली देने के साथ जूते से मारने की बात कही. पीडि़त युवक और उसके परिजन रायपुर कर्चुलियान और मनगवां थाने का चक्कर काटते रहे, वरिष्ठ अधिकारियों के हस्ताक्षेप के बाद प्रकरण दर्ज किया गया. लेकिन अपहरण का प्रकरण नही बनाया गया.
सुबह 7.30 बजे सूरा निवासी धनेन्द्र तिवारी उर्फ सनी पिता महेन्द्र तिवारी 20 वर्ष अपने कालेज रीवा जा रहा था. जहा नहर के पास से उसका मोटर साइकल सवार तीन बदमाशो ने अपहरण कर लिया और गाड़ी में बैठाकर रायपुर कर्चुलियान थाना क्षेत्र के सगरा मोड़ के पास एकांत में पहुंचे, जहां जमकर मारपीट की और लावारिस छोडक़र भाग गये. पीडि़त छात्र परिजनो ने साथ मनगवां थाने पहुंचा तो प्रकरण दर्ज नही किया गया. घटना की जानकारी मौजूद थाना प्रभारी एवं पुलिस स्टाफ को दी लेकिन मनगवां थाना प्रभारी ने कहा कि यह मामला हमारे थाना क्षेत्र का नहीं है रायपुर थाना का है तुम लोग रायपुर थाना क्षेत्र पहुंचकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराओ काफी देर तक पुलिस के सामने पीडि़त हाथ जोडक़र गिडगिडाता रहा. लेकिन थाना प्रभारी एक भी नहीं सुनी. अंतत: अपहत पीडि़त अपने परिजनों के साथ रायपुर कर्चुलियान थाना पहुंचा और वहां भी इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई रायपुर की पुलिस ने कहा कि यह मामला मनगवां थाना का है जिसको लेकर पीडि़त फुटबॉल की तरह इधर-उधर उछलता रहा जब कोई नहीं सुना तो घटना की जानकारी मीडिया को दी गई. जिसके बाद मौके पर मीडिया भी पहुंच गई और पूरी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई. 8 घंटे बाद अंतत: मनगवां पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया. लेकिन अपहरण का मामला दर्ज नही किया गया. जिस पर परिजनो का कहना है कि इस मामले में एसपी से मिलकर शिकायत करेगे.
एसडीओपी को सौपी गई जांच: एएसपी
छात्र का अपहरण कर मारपीट किये जाने के मामले में जब जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक लाल को हुई तो उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि थाना प्रभारी को कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया है. साथ ही मामले की सच्चाई क्या है, पूरे प्रकरण की जांच एसडीओपी मनगवां को सौपी गई है.