बारिश के सीजन में मुसाफिरों को फिर से होना पड़ेगा दो-चार, सरकार एवं नेताओं तथा अधिकारियों के दावे की खुली पोल
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 5 जुलाई। सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग 39 निर्माणाधीन फोरलेन के कार्य में ऐसा ग्रहण लगा है कि इस ग्रहण की छाया हटने का नाम नही ले रही है। अब एक बार फिर से सीधी-सिंगरौलीवासियों को करीब 4 महीने का इंतजार करना पड़ेगा। तब कही जाकर कार्य फिर से शुरू होगा।
दरअसल राष्ट्रीय राजमार्ग 39 सीधी-सिंगरौली के कार्य में पता नही कौन सा ग्रहण लगा है कि करीब 12 साल बाद भी ग्रहण छटने का नाम नही ले रहा है। सड़क के कार्य को पूर्ण कराने के लिए दो बार टेंडर हो चुका है और तीसरी बार टेंडर की प्रक्रि या चल रही है। इस प्रक्रिया को पूर्ण होने में कुछ महीने का जो वक्त लगेगा। वही एनएच 39 के नसे सिरे से कार्यादेश जारी होने के करीब एक-दो महीने के बाद ही शुरू हो पाएगा। कुल मिलाकर यही माना जा रहा है कि बारिश के सीजन तक यानि अक्टूबर महीने के बाद से ही एनएच 39 का कार्य शुरू हो पाएगा। अब सीधी-सिंगरौली के मुसाफिरों को बारिश के सीजन तक उक्त मार्ग में दो-चार होना पड़ेगा। कीचड़ के साथ-साथ जर्जर पुलियों से वाहनों को गुजरना पड़ेगा। जहां दुर्घटना का भी आंशका बनी रहेगी। जोगनी के खाखन नदी से लेकर गोपद पुलिया तक बीच-बीच में सड़क जर्जर है। जिसके चलते हैवी वाहनों के आवाजाही पर प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि सबसे ज्यादा परेशानी झुरही से लेकर सजहर जंगल सड़क मार्ग में हो रही थी। लेकिन टीबीसीएल के संविदाकार ने किसी हद तक सड़क को ठीक कर दिया है। जहां टू-लेन में वाहनों का आवाजाही जारी है। वही सड़क का निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप होने और क्रियान्वयन एजेंसी एमपीआरडीसी की उदासीन रवैया, ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा सीधी-सिंगरौली वासियों को भुगतना पड़ रहा है। अब चार महीने तक फिर से सड़क के कार्य आरंभ होने में वक्त लग सकता है। एमपीआरडीसी के अधिकारी दबी जुबान में मान भी रहे हैं कि अब यहां के लोगों को कुछ और महीने का इंतजार करना पड़ेगा।
सही तरीके से टू-लेन का भी कार्य नही हुआ पूरा
क्रियान्वयन एजेंसी एमपीआरडीसी के अधिकारियों का वादा था कि किसी भी स्थिति में एनएच 39 के टू-लेन का कार्य पूर्ण क रा दिया जाएगा। पूर्व में कलेक्ट्रोरेट में आयोजित कई बार इस तरह का आश्वासन दिया जाता रहा। यह सब कुछ कलेक्ट्रेट के बैठक हॉल तक ही सीमित रह गया है। आरोप है कि एमपीआरडीसी के अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है। जिसके चलते सीधी-सिंगरौली टू-लेन का कार्य भी संविदाकार टीबीसीएल के द्वारा पूर्ण नही किया जा सका और अब सिंगरौलीवासी एमपीआरडीसी के साथ-साथ भाजपा नेताओं एवं एमपीआरडीसी के अधिकारियों को कोसने में काई भी कोर कसर नही छोड़ रहे हैं। युकां के पूर्व जिला अध्यक्ष सूर्य कुमार द्विवेदी सूर्या का आरोप है कि भाजपा सरकार 13 साल में एक सड़क को नही बना पाई। इस सरकार से ज्यादा उम्मीद क्या की जा सकती है। प्रदेश एवं के न्द्र सरकार में भ्रष्टचार के अलावा कुछ नही है। एनएच 39 की सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।
मुसाफिरों का टूटता जा रहा भरोसा
एनएच 39 सीधी-सिंगरौली मार्ग के कार्य को पूर्ण कराने के लिए दर्जन बार से अधिक डेड लाइन दी गई। लेकिन एमपीआरडीसी व जिला प्रशासन अपने एक भी वादे पर खड़ा नही उतरा। जिसके चलते सीधी, सिंगरौली, रीवा, सतना रोजाना अप-डाउन करने वाले यात्री बस चालक एवं मुसाफिरों का प्रशासन से भरोसा उठ चुका है। सीधी-सिंगरौली अप-डाउन करने वाले प्रधान बस सर्विस, सिद्दिकी, एसके, पुरसवानी, दुबे टे्रवल्स के चालको ने साफ तौर पर कहा है कि एमपीआरडीसी के साथ-साथ जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन झूठी तसल्ली देना बंद करे। कई वर्षों से इस तरह की डेड लाइन मिलती रही है। करीब छ: वर्षो से इसी तरह की झूठी तसल्ली मिल रही है। पता नही कब तक इस तरह की कार्य पूर्ण होने की तारीख पर तारीख मिलती रहेगी।