
नयी दिल्ली 07 अगस्त (वार्ता)भारत में 89 सेल्स टीमों ने या तो एआई का पूरी तरह से क्रियान्वयन कर दिया है या वो एआई के साथ प्रयोग कर रही हैं।
सीआरएम कंपनी सेल्सफोर्स ने आज अपनी स्टेट ऑफ सेल्स रिपोर्ट जारी की जिसमें 27 देशों के 5,500 सेल्स प्रोफेशनल के आँकड़े दिए गए हैं, जिनमें से 300 भारत से हैं। इसमें यह बात कही गयी है। इसमें कहा गया है कि अतिरिक्त 10 प्रतिशत टीमें इस टेक्नोलॉजी का मूल्यांकन कर रही हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सेल्स की टीमें किस प्रकार टेक्नोलॉजिकल प्रगति में संतुलन बना रही हैं, और भीड़-भरे बाजार में वृद्धि के इच्छुक ग्राहकों के साथ भरोसेमंद संबंधों का विकास कर रही हैं। एआई को अपनाने में तेजी आयी है लेकिन विश्वास और डेटा की कमी बनी रही। टीमों द्वारा प्रोडक्टिविटी और पर्सनालाईज़ेशन बढ़ाने की कोशिश करते हुए सेल्स में एआई अपनाने की दर बढ़ रही है, लेकिन इंटीग्रेशन, सुरक्षा और ग्राहकों के अविश्वास की चिंता से साफ होता है कि व्यवसाय के लिए टेक्नोलॉजी की पूरी क्षमता का उपयोग अभी भी बाकी है।
भारत में एआई से मिलने वाले सेल्स के सबसे बड़े लाभ इसकी डेटा की क्वालिटी/सटीकता हैं। भारत में सेल्स टीमों को एआई के क्रियान्वयन में जिस सबसे बड़ी बाधा का सामना करना पड़ता है, वह सुरक्षा की समस्याएं हैं। प्रतिनिधियों को ग्राहकों की अपेक्षाएं पूरी करने के लिए समय मुश्किल से मिलता है। दुनिया में सेल्स की सबसे बड़ी चुनौती ग्राहकों की बदलती अपेक्षाएं हैं, लेकिन उनसे संपर्क का समय निकालना बहुत मुश्किल होता है।
भारत में सेल्स रिप्रेज़ेंटेटिव प्रति सप्ताह अपने काम का औसतन 27 प्रतिशत समय ग्राहकों के साथ संपर्क करने में बिताते हैं। 65 प्रतिशत सेल्स प्रोफेशनल का कहना है कि ग्राहकों की बदलती हुई अपेक्षाएं पिछले साल के मुकाबले ज्यादा बड़ी चुनौती हैं; केवल 7 प्रतिशत से कहा कि यह पहले के मुकाबले छोटी चुनौती है। दुनिया में कर्मचारी रिटेंशन बढ़ रहा है। श्रम बाजार कठिन होने के साथ, सेल्स के कर्मचारी जहाँ हैं, वहीं बने हुए हैं। दुनिया में पिछले 12 महीनों में स्टाफ टर्नओवर औसतन 18 प्रतिशत रहा है, जो 2022 में 25 प्रतिशत था। हालाँकि कर्मचारी रिटेंशन के ट्रेंड क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग हैं। भारत में पिछले साल के मुकाबले अनुमानित औसत स्टाफ टर्नओवर की दर 34 प्रतिशत रही। भारत में वर्तमान में 12 प्रतिशत सेल्स प्रोफेशनल नौकरी बदलना चाहते हैं।
सेल्सफोर्स द्वारा 8 मार्च से 18 अप्रैल, 2024 के बीच 5,500 सेल्स प्रोफेशनल का दोहरा बेनामी सर्वे किया गया। इसमें अमेरिका, लेटिन अमेरिका, एशिया-पैसिफिक और यूरोप के 27 देशों के उत्तरदाताओं से सवाल पूछे गए।