युगपुरूष धाम आश्रम के बच्चों की एक-एक कर होती रही मौत, आंकड़ा बढ़ने पर मचा हडकंप

आश्रम में भर्ती पांच बच्चों की मौत
इंदौर: श्रीयुगपुरुष धाम आश्रम बौद्धिक विकास केन्द्र के बच्चों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा हैं. आश्रम के रविवार को 24 बच्चों को चाचा नेहरु बाल चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती किया गया था. जिसमें से एक की मौत रविवार को ही हो गई थी. जबकि मंगलवार की सुबह दो दोपहर में एक व शाम को 6 बजे फिर एक बच्चे की मौत हो गई. मामले में कलेक्टर ने एक उच्च समिति गठित कर एसडीएम को जांच से हटाते हुए जिला निर्वाचन कार्यालय अटैच कर लिया है. उनकी जगह डॉक्टर निधि वर्मा को सौंपा दायित्व.
पंचकुइया रोड स्थित श्रीयुगपुरुष धाम आश्रम बौद्धिक विकास केन्द्र में रह रहे बच्चों 24 बच्चों को रविवार के दिन चाचा नेहरु बाल चिकित्सालय में इलाज पहुंचे थे. सभी बच्चे 5 से 18 वर्ष की आयु के हैं. इन बच्चों में हाथ-पैर में ठंड देकर बुखार व घबराहट की शिकायत पर यहां भर्ती किया गया था. इसके बाद रविवार को एक बच्चे की मौत हो गई.जिन बच्चों की मौत हुई हैं उनमें शुभम उर्फ करण, आकाश, शुभ, दिव्या के साथ ही छोटा गोविंद के नाम सामने आए है. यह सभी बच्चें 5 से 15 साल की उम्र के थे. जिसकी जानकारी संस्था ने न तो पुलिस को दी न ही जिला प्रशासन को सोमवार की सुबह तक तीन बच्चों को इस तरह की शिकायत के बाद भर्ती किया गया.

इसी दौरान सुबह दो बच्चों की मौत हो गई. मामला जिला प्रशासन तक पहुंचा कलेक्टर ने मामले में संज्ञान लेते हुए मामले की जांच एसीडएम को सौंपी. मामले में जांच चल रही रही थी कि, दोपहर में एक और बच्चे की मौत हो गई. अस्पताल पहुंचे व बच्चों के बारे में डॉक्टरों से बात की डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि शुरुआती लक्षण फुड पाइजçंग के लगते हैं. मंगलवार को फिर दो बच्चों को इलाज के लिए यहां भर्ती किया गया. उसके बाद शाम फिर एक बच्चे की मौत हो गई. अस्पताल में भर्ती आश्रम के 29 बच्चों में से मंगलवार देर रात तक 5 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस मामले में जब नवभारत के संवाददाता ने आश्रम की प्राचार्या डॉक्टर अनिता शर्मा से बात की तो उन्होंने पहले तो व्यस्ता का हवाला देकर बात नहीं की. जब उन्हें दूबारा फोन किया तो फोन रिसिव नहीं किया.

जिन्हें जांच सौंपी वह कर रहे थे हंसी ठीठोली
कलेक्टर द्वारा जिन अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा था वह आश्रम में जाकर हंसी ठिठोली कर रहे थे. जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कलेक्टर को जानकारी मिलते ही उन्होंने एसडीएम ओमप्रकाश नारायण बड़कुल को तत्काल प्रभाव से जिला निर्वाचन कार्यालय में अटैच कर उनकी जगह प्रभारी डिप्टी कलेक्टर डॉक्टर निधि वर्मा को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मल्हारंज का दायित्व सौंप दिया है.

मौत का कारण स्पष्ट नहीं
आश्रम के बच्चों की मौत के मामले में प्रशासन को मिली शार्ट पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में यह साफ नहीं हुआ हैं कि बच्चों की मौत कैसे हुई हैं. जिसकी वजह से विसरा रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ेगा. प्रारंभिक तौर पर प्रशासन फूड पॉइजनिंग ही मान कर चल रहा है.

204 बच्चें में से 29 बच्चे हुए बीमार
आश्रम में कुल 204 बच्चे थे. इनमें 29 बच्चों को इलाज के लिए चाचा नेहरु अस्पताल में भर्ती किया गया था. जिनमें से मंगलवार की रात तक 5 बच्चों की मौत हो चुकी है. जबकि 24 बच्चे अभी भी इलाजरत है. चाचा नेहरु अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि जिन पांच बच्चों की मौत हुई हैं उनमें से दो बच्चों को मिर्गी आती थी, जबकि दो को ब्लड इन्फेक्शन के साथ ही फूड पायजनिंग हो गई थी.

आश्रम के सभी बच्चों की जांच की
अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद कलेक्टर ने अस्पताल के डॉक्टर को निर्देशित किया कि वह विशेषज्ञ डॉक्टरों एक टीम भेज कर आश्रम के हर बच्चे की जांच करवाए. चूंकि आश्रम के ज्यादातर बच्चे दिव्यंाग हैं इसलिए वह कुछ भी बता पाने में असमर्थ हैं, जिसके चलते कलेक्टर के आदेश पर सभी बच्चों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. इस दौरान कलेक्टर ने आश्रम के पानी व खाने पर रोक लगा दी. इसलिए यहां पर जितने भी बच्चे बचे हैं उनके खाने-पीने की व्यवस्था बाहर की करवाई गई है.

आश्रम की संचालिका व एसडीएम का हंसते ठिठोली करते आया था वीडियो सामने
बच्चों की मौत के मामले में जब जिला प्रशासन की टीम आश्रम पर जांच कर रही थी इस दौरान आश्रम की संचालिका डॉक्टर अनिता शर्मा व एसडीएम ओमनारायण सिंह आपस में हंसी ठिठोली कर रही थे जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. 7 सेकंड के इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा हैं कि दोनों अधिकारी किस तरह से हंसी ठिठोली कर रहे हैं.

एक बेड पर दो बच्चों का हो रहा इलाज
शुरुआत में अस्पताल के एक बेड पर दो बच्चों का इलाज किए जाने की सूचना पर कलेक्टर ने यहां के डॉक्टरों को सख्त निर्देश देते हुए उनकी लगातार अपडेट लेते रहने के निर्देश दिए. जिसके बाद सभी बच्चों को बेड दिए गए.

पहला बच्चा हुआ स्वास्थ
डिहाइड्रेशन की शिकायत पर अस्पताल पहुंचे पहले बच्चे स्वस्थ्य होने की जानकारी भी मिली है. 12 वर्षीय कृष्णा नामक बच्चे को 15 महीने पहले चाइल्ड लाइन के माध्यम से तीन माह पहले आश्रम में लाया गया था.

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