मामला छिंदवाड़ा कलेक्ट्रेट परिसर में हो रहे अतिक्रमण का
छिंदवाड़ा। कलेक्ट्रेट परिसर में स्थिति शासकीय कर्मचारियों की वेलफेयर सोसायटी की बिल्डिंग के ऊपर अतिक्रमणकारियों ने पक्का निर्माण कर कब्जा कर लिया है उक्त बिल्डिंग पर समिति का कैंटीन संचालित हो रहा है बिना अनुमति जिसकी छत पर बाकायदा पक्की दीवाल बनाकर सेट लगा लिया गया है हाई टेक ऑफिस का निर्माण किया जा रहा है एक दुकान पूर्व में ही बन चुकी थी उसके बगल से दुकानों का और निर्माण कर लिया गया है मिली जानकारी के अनुसार उक्त जगह का आवंटन कर्मचारी वेलफेयर सोसायटी मिनिस्ट्रियल प्राथमिक उपभोक्ता सहकारी भंडार को अपने कार्यालय के लिए उपयोग करने को मिली थी जिसका गलत फायदा उठाते हुए छत के ऊपर निर्माण कार्य किया गया है साथ ही छत पर ऊपर जाने के लिए लोहे की सीढिय़ां माहौरे सर्विस प्रोवाइडर द्वारा लगाई गई है जो कि जिला पंचायत कार्यालय के रास्ते पर लगी हुई है वही अतिक्रमणकारियों का कहना है कि हमने वह जगह समिति से किराए पर ली है पर परंतु समिति को मिली उक्त जगह का उपयोग व्यावसायिक नहीं किया जा सकता यह सीधा-सीधा अतिक्रमण है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त समिति लंबे समय से निष्क्रिय है और जिस पर रिटायर्ड कर्मचारियों ने अपना कब्जा जमा रखा है बरसों से सार्वजनिक रूप से चुनाव नहीं कराए गए। शहर भर में गरीबों की दुकानों को तोड़ा जा रहा है कलेक्ट्रेट परिसर के अंदर उक्त अतिक्रमण की शिकायत एक वर्ष पूर्व में भी हो चुकी हैं पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिला प्रशासन अतिक्रमणकारियों क्यों मेहरबान है यह समझ से परे है।
सूत्र बताते हैं कि उक्त सर्विस प्रोवाइडर पर पूर्व में भी गंभीर आरोप लगा चुके हैं कुछ समय पूर्व फर्जी रजिस्ट्री में भी इंवॉल्व होने की जानकारी है जिला पंजीयक भी इन पर मेहरबान है। इनके द्वारा जानबूझकर पंजीयन के दस्तावेजों में छोटी-छोटी गलतियां कर दी जाती है और बाद में संशोधन के नाम पर दोबारा उपभोक्ता से शुल्क लिया जाता है। वहीं फर्जी रजिस्ट्री के मामले में माहौरे का कहना है कि उक्त रजिस्ट्री निरस्त कर दी गई है।हमारे द्वारा दस्तावेजों को उपभोक्ता से चेक कराया जाता है।