नक्सलवादी विचारधारा पर चल रहे हैं अतिक्रमणकारियो ने दिनदहाड़े वन विभाग के निगरानी कैंप में आग

बागली :बागली वन मंडल से जुड़े कामठ खेड़ा के जंगल में 2020-21 से जंगल में वृक्षों को काटकर अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इस बार तो अतिक्रमण करने वाले लोगों ने सब हद पार कर दी सुरक्षा की दृष्टि से कक्षा क्रमांक 706, 830,829, निगरानी हेतु जंगल में कैंप लगाया था। बीते गुरुवार को दिन में ही मौका देखकर अतिक्रमणकारियों ने इस कैंप में आग लगाकर वन विभाग अधिकारियों को डराने का काम किया। हालांकि इस संबंध में वन विभाग से जुड़े क्षेत्रीय रेंजर गजानंद बिरला ने बताया कि विगत एक सप्ताह पूर्व अतिक्रमण के संबंध में क्षेत्र से जुड़े दो लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है।तभी से इस कैंप में रात्रि के समय में भी वन विभाग से जुड़े कर्मचारियों और चौकीदार निगरानी कर रहे हैं। गुरुवार को मौके का फायदा उठाकर अज्ञात आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया गया।बाघ टाडां से जुड़े अपराधियों का नाम लेकर बचते हैं।
इस मामले में बागली रेंजर गजानंद बिरला ने बताया कि 2020-21 में भी क्षेत्र में बड़ी मात्रा में जंगल को नुकसान हुआ था। उस वक्त बाघ एवं टाडां से जुड़े लोगों के नाम सामने आए थे ।और वन विभाग द्वारा कार्यवाही भी की गई थी। अभी तक बीते 4 वर्षों मे आठ लोगों पर कार्यवाही करते हुए जांच की जा रही है।
क्षेत्रवासियों ने बताया कि कक्ष क्रमांक 830 में पौधारोपण नर्सरी का काम चल रहा है और विगत 15 दिनों से जवाबदार अधिकारीऔर अन्य कर्मचारी सतत निरीक्षण के दौरान यहां आ रहे हैं । और रात्रि में भी इस कैंप में रुकते हैं।
बागली थाने पर सूचना दे दी है
गुरुवार को दिन में हुई वन विभाग कैंप की आगजनी घटना के संबंध में बागली पुलिस को वन विभाग द्वारा सूचना दे दी गई है पुलिस विभाग भी आग लगनेवाली घटना में सक्रिय भूमिका में आ गया है।
जो फसले लगी है उसे तोड़ा जाएगा
जानकारी में आया कि अतिक्रमण करके जंगल भूमि को कृषि भूमि बनाकर उस भुमी पर ज्वार एवं अन्य बीज लगा दिए गए हैं। इस संबंध में रेंजर बिरला ने बताया कि जहां भी इस प्रकार की कार्रवाई हुई है वह फसल तोड़ दी जाएगी और शीघ्र ही नए जंगल का प्लांट तैयार कर दिया जाएगा।

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