खरीफ सीजन में अमानक बीजों से सजी दुकानें

० ग्रामीण क्षेत्रों में भी अन्य व्यवसाय से जुड़े कारोबारी सीजन में बेंचते हैं अमानक बीज

नवभारत न्यूज

सीधी 27 जून। खरीफ सीजन में बोनी की तैयारी को देखते हुये कई व्यवसायी अमानक बीजों को बेंचने की पूरी तैयारी बनाये हुये हैं। विभाग द्वारा दुकानों की जांच पड़ताल का काम तो शुरू किया गया है लेकिन उसकी रफ्तार काफी सुस्त है। इसी का फायदा उठाकर अमानक बीज बेंचने की पूरी कार्ययोजना कुछ व्यापारी बनाये हुये हैं।

बताते चलें कि सीधी जिले में करीब 5 वर्षों से खरीफ सीजन के दौरान अधिकांश सीजन ज्यादा पैदावार पाने की मंशा में बाजार से ही महंगे दामों में उन्नत बीजों की खरीदी करते हैं। खरीफ सीजन में सबसे ज्यादा मांग धान के बीजों की रहती है। इसी का फायदा मुनाफाखोर व्यवसायी उठाने में जुटे हुये हैं। जानकारों के अनुसार मुनाफाखोर व्यवसायी खरीफ सीजन में काफी मात्रा में अमानक बीज का स्टाक जमा कर लेते हैं। आकर्षक पैकिंग एवं झोलों में सजाकर किसानों को 500 रूपये से लेकर 800 रूपये किलो तक मेंं उन्नत धान का बीज बताकर बिक्री करते हैं।

किसान को अमानक बीज के संबंध में जब तक मालूम होता है काफी देर हो चुकी होती है। धान के पौधे में जब दाना पड़ता है उस दौरान किसान को मालूम पड़ता है कि खरीदी के दौरान व्यवसायी अच्छी पैदावार का वायदा किया गया था लेकिन जो पौधे खेत में खड़े हैं उनमें तो सही तरीके से दाना ही नहीं है। काफी विलम्ब से बीज के संबंध में जानकारी मिलने के कारण किसान की पूरी मेहनत पर पानी फिर जाता है। कई किसान तो कर्ज लेकर खेती करते हैं और अमानक बीज के चलते उनको अच्छी पैदावार नहीं मिलती। वह फसल से भी हांथ धो बैठते हैं और कर्ज भी ऊपर लद जाता है। किसानों की इसी समस्या को दृष्टिगत रखते हुये हर वर्ष सीजन के दौरान कृषि विभाग द्वारा बीज दुकानों का निरीक्षण करने के लिये टीमों का गठन किया जाता है। विभागीय टीम निरीक्षण के लिये दुकानों में पहुंचती है और अमानक का संदेह होने पर बीजों की सेम्पलिंग भी ली जाती है। बीजों की सेम्पलिंग की जांच नजदीकी रीवा प्रयोगशाला में होने की सुविधा उपलब्ध है। वर्तमान में यदि कृषि विभाग की टीमों द्वारा जिला मुख्यालय से लेकर तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मुस्तैदी से जांच करे तो बड़े पैमाने पर अमानक बीज पकड़े जा सकते हैं।

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किराना एवं हार्डवेयर दुकानों में बीज की बिक्री

जिले में कृषि सीजन के दौरान उन्नत बीजों की मांग काफी तेजी के साथ बढ़ जाती है। जिसका फायदा उठाने के लिये व्यवसायी नियमों को पूरी तरह से ताक पर रख देते हैं। बताया गया है कि ग्रामीणों क्षेत्रों में स्थिति यह है कि खरीफ सीजन के दौरान कई किराना एवं हार्डवेयर व्यवसायी भी इन दिनों बीज की बिक्री में पीछे नहीं हैं। ऐसे व्यवसायी सीड कम्पनियों के एजेन्टों से सांठगांठ कर अमानक बीज का स्टाक रख लेते हैं और उसी को महंगे दामों में बेंचने में जुट जाते हैं।

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इनका कहना है

कृषि विभाग अपने पास उपलब्ध संशाधनों से जिले भर में अमानक बीज की बिक्री रोकने के लिये कार्यवाई कर रहा है। विभाग में निरीक्षकों की संख्या सीमित होने के कारण कार्रवाई को लेकर उतनी तेजी नहीं दिख रही है। आज हमारे एसडीओ स्वत: रामपुर नैकिन क्षेत्र में भ्रमण पर गये हुये हैं। उनके द्वारा भी बीज दुकानों का निरीक्षण एवं सेम्पिलिंग की कार्रवाई की जानी है।

संजय श्रीवास्तव, उपसंचालक कृषि विभाग सीधी

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