भोपाल, 21 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कहा कि योग का अर्थ जुड़ाव है। मन और आत्मा का जुड़ाव। आत्मा का चेतना से जुड़ाव और हमारे खान-पान, रहन-सहन और आचार-विचार से भी योग का संबंध है। इस नाते योग से इस वर्ष श्रीअन्न को भी जोड़ा गया है। योग को लोकप्रिय बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास भलीभूत हो रहे हैं।
डॉ यादव ने आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री निवास में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में योगाभ्यास किया और कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने विशिष्ट अतिथिगण और उपस्थित विद्यार्थियों एवं नागरिकों के साथ योग अभ्यास किया। योग दिवस में प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण उपस्थित थे। इनमें सांसद आलोक शर्मा, महापौर मालती राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक भगवान दास सबनानी, भोपाल नगर निगम के अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना, अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल, जनसंपर्क आयुक्त संदीप यादव आदि शामिल हुए। इस कार्यक्रम से प्रदेशभर में मंत्रिगण, सांसद, विधायक और आमजन जुड़े।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा श्रीनगर से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दिए गए संबोधन का श्रवण किया। डॉ यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में योग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में योग आयोग के गठन के बाद योग को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया। योग शिक्षकों को अन्य विषयों के शिक्षकों की तरह महत्व मिल रहा है। आनंद विभाग भी गठित किय़ा गया है। इस दिशा में कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा।
डॉ यादव ने कहा कि आयुर्वेद की दृष्टि से भी अहम फैसले लिए गए हैं। प्रदेश में 11 आयुर्वेदिक महाविद्यालय खोलने का निर्णय़ इसी कड़ी में लिया गया है। मध्यप्रदेश की समृद्ध वन संपदा की दृष्टि से आयुर्वेद के क्षेत्र में मध्यप्रदेश नवीन आयुर्वेदिक महाविद्यालयों के माध्यम से पूरे देश का ध्यान आकर्षित करेगा।
उन्होंने कहा कि कोदो-कुटकी सहित सभी तरह के मोटे अनाज अर्थात श्रीअन्न के उत्पादन को प्रोत्साहित किया गया है। करीब छह माह पूर्व जबलपुर में मंत्रिपरिषद की बैठक में पहला फैसला श्रीअन्न के प्रोत्साहन पर लिया गया था। महाकौशल अंचल में बहुतायत से श्रीअन्न का उत्पादन होता है। किसानों को प्रति क्विंटल एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
डॉ यादव ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से श्रीअन्न का महत्व हम सभी कोरोना काल में ही समझ चुके हैं। व्यक्ति आहार, विचार और व्यवहार के स्तर पर नियमित रहकर दीर्घायु प्राप्त कर सकता है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के प्रारंभ में श्रीअन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में इस अभियान के अंतर्गत संचालित की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को दो किसानों ने श्रीअन्न बीज के पैकेट भेंट किए। संतोष मीना और श्याम सिंह कुशवाहा ने डॉ यादव को कार्यक्रम में ये पैकेट प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने किसानों द्वारा श्रीअन्न के उपयोग की सराहना की। डॉ. यादव और उपस्थित जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री निवास परिसर में योगाभ्यास किया। अनेक आसन और श्वांस से जुड़े अभ्यास किए गए। मुख्यमंत्री ने उपस्थित विद्यार्थियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी और नियमित रूप से योग करने का आग्रह किया।