- भोपाल नगर निगम के इतिहास में हुआ सबसे बड़ा भ्रष्टाचार
- जीवित कर्मचारी को मृत बताकर किया पेमेंट
- भोपाल नगर निगम में ऐसे 123 केस, 8 जोनल अफसरों समेत 17 पर लोकायुक्त में केस
नवभारत प्रतिनिधि
भोपाल, 13 जून. नगर निगम में मृत्यु सहायता के नाम पर गड़बड़ी सामने आई है।
निगम के अफसरों ने साठगांठ कर जीवित कर्मचारी को मृत बताकर पेमेंट कर दिया। शिकायत की जांच हुई, तो ऐसे 123 मामले सामने आए।
गुरुवार को निगम के 8 जोनल अफसरों समेत 17 लोगों पर लोकायुक्त केस दर्ज किया गया है।
इस तरह करीब दो करोड़ की गड़बड़ी सामने आई है।
इस साल 19 फरवरी को अशोका गार्डन में रहने वाले मोहम्मद कमर ने लोकायुक्त में शिकायत की थी।
उन्होंने बताया कि सैय्यद मुस्तफा अली के खाते में अगस्त 2023 में सहायता राशि के नाम पर 2 लाख रुपए निगम की ओर से ट्रांसफर किए गए हैं। इसमें सैय्यद मुस्तफा अली को मृत बताया गया है, जबकि वह जिंदा है।
लोकायुक्त ने मामला जांच में लिया। जांच में इसी तरह की गड़बड़ी के 123 मामले सामने आए। इनमें से 95 केस का रिकॉर्ड नगर निगम मुख्यालय, जोनल ऑफिस और वार्ड दफ्तर से गायब मिला।
इस बारे में निगम के जिम्मेदार आफिसर मीडिया के सामने कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं.