5-6 लाख रुपये में लगाते थे ठिकाने, 2 खरीदारों को किया गिरफ्तार
उज्जैन। अंतर्राज्यीय स्तर पर ट्रक चोरी की वारदात करने वाले हरियाणा-राजस्थान के 2 बदमाशों के साथ चोरी के ट्रक खरीदने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चोरी करने वाले बदमाशों का उज्जैन में रहने वाला साथी फरार है। पुलिस ने हिरासत में आये बदमाशों से 3 ट्रक के साथ कार जब्त की है।
एसपी प्रदीश शर्मा ने बताया कि 18 मई को बडऩगर थाना क्षेत्र के अडाना मोहल्ला से ट्रक क्रमांक एमपी 13 झेडजी 9669 चोरी होने के मामले में पुलिस ने जमीलउद्दीन की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया था। बदमाशों की धरपकड़ के लिये बडऩगर थाना प्रभारी अशोक पाटीदार और नीलगंगा थाना प्रभारी विवेक कनोडिय़ा के नेतृत्व में टीम बनाई गई और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे गये। जिसके आधार पर पुलिस की टीम लगातार काम में लग गई। 20 दिन बाद बदमाशों का सुराग मिलते ही टीम गुजरात तक पहुंची जहां से रमाजन पिता इकबाल निवासी सुरेन्द्रनगर को हिरासत में लिया। उसने ट्रक 5 लाख में सलीम पिता सईद निवासी पलवल हरियाण, फारुख पिता तैय्यब निवासी अलवर राजस्थान और लोकेन्द्रसिंह निवासी घट्टिया उज्जैन से खरीदना बताया। रमाजन का कहना था कि कुछ दिनों एनओसी देने की बात ट्रक बेचने वालों की की थी। पुलिस ने चोरी का ट्रक खरीदने के आरोप में रमजान का गिरफ्तार कर तीनों बदमाशों की तलाश करने हुए सलीम खान और फारुख को हिरासत में ले लिया। लोकेन्द्रसिंह फरार होना सामने आया। ट्रक चोरी करने वाले दोनों बदमाशों से पूछताछ शुरू की गई तो उन्होने झाबुआ और रतलाम से भी ट्रक चोरी करना कबूल कर लिया। रतलाम से चोरी किया ट्रक गांधीनगर गुजरात के राजू बारोड को बेचना बताया। पुलिस ने राजू को हिरासत में लेकर उसे रतलाम से चोरी किया ट्रक जब्त कर झाबुआ से चोरी हुआ ट्रक जब्त कर लिया। 2 बदमाशों के साथ 2 खरीददारों को गिरफ्तार कर 3 ट्रक के साथ कार जब्त करते हुए शनिवार को एसपी ने मामले का खुलासा किया। दोनों बदमाशों को रिमांड पर लिया गया है, जिनसे फरार साथी लोकेन्द्र की जानकारी जुटाई जा रही है।
जेल में दोस्ती, मिलने पर करने लगे वारदात
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि हिरासत में आया हरियाणा का बदमाश सलीम 2 साल पहले भी वाहन चोरी की वारदात में पकड़ा गया था, उसे भैरवगढ़ जेल भेजा गया था। जहां उसकी पहचान लूट के आरोप में बंद लोकेन्द्रसिंह से हुई थी। दोनों जमानत पर रिहा होने के बाद दोस्त बन गये और फारुख के साथ मिलकर ट्रक चोरी की वारदात करने लगे। वह रात के समय कार में सवार होकर निकलते थे औ अलग-अलग जिलों में पहुंचकर सुनसान स्थानों के साथ हाईवे पर ढाबों के आसपास रैकी करते थे। मौका मिलते ही ट्रक चोरी कर निकल जाते थे। बदमाशों के निशाने पर एक ही श्रेणी के आयशर ट्रक होते थे। जिन्हें दूसरे राज्यों में ले जाकर बेच देते थे। कम कीमत के सौदा करने पर कुछ दिनों में एनओसी देने की बात कहीं जाती थी। एसपी के अनुसार पूछताछ में कुछ ओर वारदातों का सुराग मिल सकता है। ट्रक चोरी में गिर तार दोनों बदमाशों के पूर्व में भी इंदौर, रतलाम, धार, झाबुआ, बडऩगर और उज्जैन में चोरी के प्रकरण दर्ज होना सामने आये है।