पीछे के दरवाजे से चल रहा साई नारायण हॉस्पिटल

पिछले सप्ताह तहसीलदार एवं बीएमओ ने किया था सील
नवभारत न्यूज
चितरंगी 7 जून। स्थानीय अस्पताल चौराह के समीप पिछले सप्ताह शिकायत मिलने एवं बिना डिग्री-डिप्लोमा के चिकित्सक बनकर इलाज करते मिलने पर साई नारायण हॉस्पिटल को तहसीलदार एवं बीएमओ ने सील कर दिया था। लेकिन यह हॉस्पिटल पीछे के दरवाजे से शुरू है और स्थानीय प्रशासन भी अंजान बना हुआ है।
दरअसल अस्पताल चौराह के समीप एक बिल्डिंग में साई नारायण हॉस्पिटल संचालित है। एसडीएम के यहां शिकायत की गई थी कि बिना डिप्लोमा एवं रजिस्ट्रेशन के ही संचालित हैं और मरीजों से जमकर रकम ऐंठा जा रहा है। इस शिकायत के आधार पर पिछले दिनों शनिवार को एसडीएम सुरेश जादव के निर्देश पर तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह, सीबीएमओ डॉ. हरिशंकर बैस अन्य अमले के साथ साई नारायण हॉस्पिटल पहुंच दस्तावेजों को खंगाला। लेकिन मौके पर दर्जनों भर मरीजों को भर्ती कर इलाज कर रहे डॉक्टर साहब कोई अपनी योग्यता की रिकॉर्ड नही दे पाएं और मौके पर मेडिकल क ी दवाइयां भी भारी मात्रा में मिली। तहसीलदार ने उक्त हॉस्पिटल को सीज कर दिया। लेकिन सूत्र बताते हैं कि उक्त हॉस्पिटल पीछे के दरवाजे से हॉस्पिटल चल रही है। कई मरीजों का इलाज धड़ल्लेे के साथ किया जा रहा है। इसकी जानकारी स्थानीय अधिकारियों को भी है। लेकिन कार्रवाई करने में परहेज किया जा रहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि प्रशासन सब कुछ जानकर भी अंजान बैठा है। फिलहाल तहसीलदार के द्वारा की गई उक्त कार्रवाई के बाद पीछे के दरवाजे से चल रहे हॉस्पिटल को लेकर लोग तरह-तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं।

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