अंकारा, 06 जून (वार्ता) तुर्की पुलिस ने वर्ष 2016 में तख्तापलट के प्रयास से कथित संबंध के लिए पिछले चार दिनों में देशव्यापी छापेमारी अभियान चलाया, जिसमें 72 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
गृह मंत्री अली येरलिकाया ने गुरुवार को बताया कि संदिग्धों पर गुलेन आंदोलन से जुड़े होने का आरोप है। इन संदिग्धों को देश ने 15 जुलाई, 2016 को विफल तख्तापलट के प्रयास के लिए दोषी ठहराया है।
तुर्की के मंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि पुलिस ने 17 प्रांतों में “किस्काक (पिंच)-19” नामक एक अभियान में छापामारे के दौरान डिजिटल सामग्री और संगठनात्मक दस्तावेज जब्त किये। उन्होंने कहा कि हिरासत में लिये गये लोगों पर गुलेन आंदोलन की ‘पुलिस संरचना, सैन्य संरचना और वर्तमान संरचना’ में शामिल होने का संदेह है।
मंत्री के अनुसार, संदिग्धों ने कथित तौर पर पे-फोन के माध्यम से संवाद किया, जो समूह के जिम्मेदार सदस्यों के संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि उनके नाम अन्य गिरफ्तार समूह सदस्यों की गवाही में शामिल हैं।
तुर्की सरकार ने लंबे समय से अमेरिका स्थित मौलवी फेथुल्लाह गुलेन पर 2016 के तख्तापलट के प्रयास की साजिश रचने का आरोप लगाया है, जिसके कारण करीब 250 लोग मारे गए थे। तख्तापलट के बाद, तुकी सरकार ने गुलेन आंदोलन से संबंध रखने के संदेह में व्यक्तियों को लक्षित करके व्यापक कार्रवाई शुरू की।