
नई दिल्ली, 02 दिसंबर, 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में एक लिखित जवाब देकर भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा अदाणी समूह की कंपनियों में किए गए निवेश पर जारी अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वित्त मंत्रालय देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी LIC को किसी भी तरह का कोई निर्देश या सलाह जारी नहीं करता है। वित्त मंत्री के अनुसार, LIC के निवेश से जुड़ा हर एक फैसला उसका खुद का फैसला होता है।
निवेश पूरी तरह SOP और पारदर्शिता के साथ
वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि अदाणी समूह में LIC का निवेश पूरी तरह से उनकी बोर्ड-अप्रूव्ड पॉलिसी और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स (SOPs) के मुताबिक हुआ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि निवेश से पहले जांच-परख (Due Diligence) और सभी जरूरी दस्तावेजीकरण का पालन किया गया था। यह बयान निवेशकों के बीच विश्वास बढ़ाने का काम करेगा, क्योंकि यह पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।
अदाणी ग्रुप में ₹38,658 करोड़ का है निवेश
वित्त मंत्री ने निवेश का ब्यौरा भी सदन के सामने रखा। उन्होंने बताया कि LIC ने अदाणी समूह की करीब छह लिस्टेड कंपनियों में शेयर खरीदे हैं, जिनकी कुल बुक वैल्यू ₹38,658.85 करोड़ है। इसके अलावा, LIC ने मई 2025 में अदाणी पोर्ट्स एसईजेड द्वारा जारी किए गए ₹5,000 करोड़ के नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCD) में भी निवेश किया है।
