सर्वाधिक नोटा इंदौर में और सबसे कम सतना में : राजन

भोपाल, 05 जून (वार्ता) लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के एक दिन बाद मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने चुनाव से जुड़े आंकड़े बताते हुए आज कहा कि इस चुनाव में नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) के विकल्प को सबसे ज्यादा मत इंदौर में और सबसे कम सतना में प्राप्त हुए।

श्री राजन ने संवाददाताओं को बताया कि जीत का सर्वाधिक अंतर इंदौर में और सबसे कम मुरैना में रहा।

उन्होंने बताया कि पूरे चुनाव में नोटा को लेकर बहुत चर्चाएं रहीं। नोटा का अंतिम आंकड़ा (ईवीएम और डाकमत्र) मिला कर पांच लाख 33 हजार 705 रहा। सर्वाधिक नोटा इंदौर में दो लाख 18 हजार 674 और सबसे कम सतना में दो हजार 553 रहे। इंदौर में डाकमत्र में भी नोटा को 319 मत प्राप्त हुए।

उन्होंने बताया कि भिंड में सबसे ज्यादा डाकमत्र रहे, जबकि सबसे कम दमोह में थे। पूरे चुनाव में कुल 369 प्रत्याशी थे, जिसमें 343 पुरुष, 25 महिलाएं और एक अन्य था।

प्रत्याशियों के वोट शेयर की जानकारी साझा करते हुए उन्होंने बताया कि इंदौर में भाजपा प्रत्याशी शंकर ललवानी इस श्रेणी में सबसे ऊपर रहे। उन्हें कुल मतों के 78.54 फीसदी मत प्राप्त हुए। दूसरे नंबर पर विदिशा से शिवराज सिंह चौहान रहे, जिन्हें कुल मतों के 76.70 फीसदी मत मिले।

पार्टी के वोट शेयर के संबंध में उन्होंने बताया कि कांग्रेस को जहां 2019 में 34.50 फीसदी मत मिले थे, वहीं इस बार उनका वोट शेयर 32.44 फीसदी रहा। भाजपा का 2019 में 58 फीसदी वोट शेयर था, इस बार पार्टी को 59.28 फीसदी वोट मिले।

ईवीएम से छेड़छाड़ से जुड़े सवालों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि ईवीएम के ‘प्रोसीजरल चेक’ इतने हैं कि उसके साथ छेड़छाड़ संभव नहीं है। चुनाव से जुड़ी हर गतिविधि से राजनीतिक दलों को भी अवगत कराया जाता है और उनकी शिकायतों पर भी पूरी तरह कार्रवाई की जाती है।

Next Post

दिग्विजय ने बेहतर चुनाव संचालन के लिए जताया आभार

Wed Jun 5 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email भोपाल, 05 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने बेहतर चुनाव संचालन के लिए चुनाव आयोग, जिला रिटनिंग ऑफिसर और पुलिस प्रशासन का आभार व्यक्त किया है। श्री […]

You May Like

मनोरंजन