नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर (वार्ता) ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा ने कहा है कि वह भारत के साथ एक ऐसा “रणनीतिक गठबंधन” बनाना चाहते हैं जो दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा दे।
श्री लूला ने शनिवार को सोशल मीडिया में जारी एक वीडियो संदेश में यह बात कही। यह संदेश उन्होंने ब्राजील के उपराष्ट्रपति जेरोल्डो अल्कमिन के भारत से वापसी के बाद उत्साहपूर्वक दिया।
श्री लूला ने कहा, “उपराष्ट्रपति जेराल्डो अल्कमिन की भारत यात्रा, मेरी आगामी यात्रा की तैयारी के लिए की गई है। यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत एक असाधारण बाजार है। हम भारत के साथ एक शानदार गठबंधन बना सकते हैं – राजनीतिक, अंतरिक्ष, कारोबारी और आर्थिक। यह एक असाधारण कार्य था, और भारतीय ब्राजील को पसंद करते हैं, और ब्राजीलियों को भारतीय पसंद करते हैं। इसलिए, हम भारत के साथ एक रणनीतिक गठबंधन बनाएंगे और दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को विकसित करेंगे।”
गौरतलब है कि श्री अल्कमिन के साथ उनकी पत्नी सुश्री मारिया लूसिया अल्कमिन और 14 अधिकारियों का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी यहां आया था। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच साझेदारी को और गहरा करना और अगले वर्ष के प्रारंभ में श्री लूला की भारत यात्रा की नींव रखना था। इस यात्रा को मोदी-लूला शिखर सम्मेलन में निर्धारित रोडमैप को लागू करने की दिशा में एक कदम की तरह देखा गया।
गौरतलब है कि भारत और ब्राजील, ब्रिक्स समूह के सदस्य हैं। इसके रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका भी संस्थापक देश रहे हैं। इस आर्थिक और राजनीतिक समूह में 2024 से, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे नए सदस्य भी शामिल हो गए हैं, जिससे यह अब 10 देशों का समूह है। इस समूह का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच आर्थिक और राजनीतिक सहयोग को बढ़ाना और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर वैश्विक दक्षिण देशों के प्रभाव को बढ़ाना है।
श्री लूला ने यह भी उल्लेख किया कि उपराष्ट्रपति की यात्रा का मुख्य उद्देश्य कारोबारी संबंधों को सशक्त बनाना था, क्योंकि कई ब्राजीलियाई कंपनियां भारतीय बाजार में प्रवेश करने में इच्छा रखती हैं। उन्होंने बताया कि श्री अल्कमिन भारत से “कई ताजी जानकारियां ” लेकर लौटे हैं और वे केवल “अच्छे समाचार” लाए हैं। इसमें विमानन कंपनी एम्ब्रेयर कार्यालय का उद्घाटन, व्यापार को सरल बनाने के लिए ई-वीजा की शुरुआत और नई साझेदारियां शामिल हैं।
एम्ब्रेयर के अलावा भारत में काम कर रही ब्राजील की कंपनियों में बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं देने वाली सैंटेंडर और ऊर्जा क्षेत्र में पेट्रोब्रास प्रमुख हैं।

