मामला वार्ड 51 के बाबूलाल नगर क्षेत्र का
घरों तक नहीं है बोरिंग की पाइप लाइन
इंदौर: जब छोटे-छोटे विकास कार्य के लिए नगर निगम के पास बजट नहीं है तो किस तरह से शहर का रूप बदलेगा. समस्या सैकड़ों है और नगर निगम के पास बजट नहीं जिसके चलते लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.वार्ड नंबर 51 के बाबूलाल नगर क्षेत्र में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है, जहां पर सुविधा तो है लेकिन पूरी तरह से नहीं है. समस्या पानी को लेकर सामने आई है. इस क्षेत्र में नर्मदा लाइन डाली गई. लोगों को घर-घर कनेक्शन भी दिए गए लेकिन पानी का स्रोत इतना नहीं है कि पूर्ति हो सके. पानी की पूर्ति के लिए क्षेत्र में बोरिंग किया गया लेकिन बोरिंग की लाइन क्षेत्र में नहीं बिछाई गई और ना ही घर-घर तक पहुंचाई गई.
जबकि सरकारी बोरिंग लगने के बाद क्षेत्र के प्रत्येक घर के सामने उसका कनेक्शन दिया जाता है. ताकि रहवासियों के घर तक पानी पहुंच सके. इस असुविधाओं के पीछे का कारण ज्ञात हुआ कि नगर निगम के पास इस छोटे से कार्य के लिए बजट ही नहीं है, जिस कारण नगर निगम क्षेत्र में बोरिंग की लाइन बिछाने में असमर्थ है. क्षेत्रवासियों को बोरिंग तक आकर पानी भरना पड़ता है. पानी के लिए महिला और पुरुष को दौड़ लगाते हुए भी देखा गया है. सरकारी बोरिंग होने के बावजूद पानी वितरण करने का समय मात्र 15 मिनट रखा गया हैं ऐसे में लोग पानी की पूर्ति नहीं कर पाते. दूसरी ओर भीषण गर्मी के चलते नर्मदा लाइन कुछ दिनों से ठप पड़ी है.
इनका कहना है
जिनके घरों में नर्मदा लाइन नहीं डली है उनकी मुसीबतें पिछली पंद्रह दिन से बनी हुई है. बोरिंग पर जाकर पानी लाना पड़ता है. क्षेत्र में अधिकतर किराएदार भी है जिन्हें और परेशानी उठाना पड़ती है.
– लक्ष्मी बाई
क्षेत्र में कुछ जगह नर्मदा लाइन डाली हुई है और कुछ लोगों के वहां बोरिंग है. बढ़ती गर्मी के कारण कई घरों के बोरिंग बंद हो गए हैं जिस कारण यह समस्या और बढ़ गई है.
– पूनम बाई
घरों में नर्मदा कनेक्शन दिये है. किसी कारण से दो-तीन महीना से पानी नहीं आ रहा. सरकारी बोरिंग भी थोड़ी ही देर चलाते है जिसकी वजह से लोगों को पूरी तरह से पानी नहीं मिलता.
– खत्री बाई
पाइप का बजट नहीं दिया
पानी की किल्लत पूरे शहर में चल रही है. हम प्रयास करते हैं कि हमारे क्षेत्र में सभी को इस समस्या से जूझना न पड़े. जहां बोरिंग लगाया गया है घरों घर पाइप डालने के लिए नगर निगम ने बजट नहीं दिया. अब भविष्य में कब हमें पाइप के लिए पैसा दिया जाएगा कुछ नहीं कह सकते.
– मलखान सिंह कटारिया, पार्षद