उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर जोन के अंतर्गत हुरसिया बीट में टाइगर की मौत होने की खबर सामने आई है। पार्क प्रबंधन ने देर शाम आपसी लड़ाई का कारण बताकर दाह संस्कार किया। सूत्रों ने बताया कि पनपथा बफर जोन के अंतर्गत हुरसिया बीट के कम्पार्टमेन्ट आरएफ 189 में नर बाघ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है।
हालांकि जैसे ही इस बात की जानकारी पार्क प्रबन्धन को लगी, वैसे ही पूरा पार्क अमला घटना स्थल पर पहुंच गया। घटना स्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया गया। देर शाम डाक्टरों की टीम बुलाकर मृत टाइगर के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
वहीं इस मामले में पनपथा एसडीओ वन फते सिंह निनामा ने बताया कि दोपहर में हुरसिया बीट में एक बाघ के मरने की सूचना मिली तो तत्काल उच्च अधिकारियों को सूचना देकर मौके पर पहुंचे तो पता चला कि पनपथा रेंज के बफर जोन के अंतर्गत हुरसिया बीट के कमांडेंट आरएफ 189 के भैसाधार नाला के पास करीब 4 से 5 साल की उम्र का बाघ मृत अवस्था में पड़ा है, जिसे देखकर लगता है कि आपसी लड़ाई का शिकार हो गया है, उच्च अधिकारियों की पुष्टि में शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जब भी किसी बाघ की संदिग्ध मौत होती है, तब पार्क प्रबंधन के पास एक ही जवाब होता है कि विभिन्न लड़ाइयों में मौत हो गई है, लेकिन दूसरे बाघ का पता नहीं चलता है।