एनसीएल निगाही परियोजना क्षेत्र का मामला, एचपी के टैंकर वाहनों से पहुंच रहा डीजल, 2.50 से लेकर 4.50 पैसे के बीच है अन्तर, कलिंगा कंपनी चर्चाओं में
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 27 मई। एनसीएल परियोजना निगाही के ओबी कंपनियां डीजल में बड़ा खेल कर रही है। यूपी से डीजल मंगाकर करीब 12 प्रतिशत टैक्स की बचत कर एमपी प्रदेश सरकार को राजस्व कर के रूप में चपत लगा रही हैं। इसकी गहराई से जांच के बाद भी बेपर्दा हो सकता है। यह तो सेल टैक्स विभाग ही सच्चाई बता सकता है। लेकिन सिंगरौली जिले का टैक्स अमला इस मामले में बेसुध है।
दरअसल जिले में यूपी के वाराणसी, शक्तिनगर क ई क्षेत्रों से डीजल एनसीएल के परियोजनाओं के ओबी कंपनियों में खप रहा है। जानकारी के अनुसार सिंगरौली इलाके में प्रति लीटर डीजल की कीमत 91.96 पैसे हैं। जबकि यही डीजल यूपी में 2.50 पैसे से लेकर 4.50 पैसे रूपये से लेकर कम दर पर मिलता है और यही रकम बचाने के लिए यूपी के डीजल से ओबी कंपनियां चल रही हैं। डीजल की इस खेल में ओबी कंपनी कलिंगा का नाम जोरशोर से चल रहा है। सवाल उठाया जा रहा है कि यदि उक्त ओबी कंपनी यूपी से डीजल खरीद रही हैं तो 12 प्रतिशत सेल टैक्स अदा करने पर डीजल का कीमत एमपी-यूपी के दर में कोई अंतर नही रह जाता है।
लिहाजा इसकी गहराई से जांच के बाद भी स्थिति का स्पष्ट पता चल पाएगा।
दो डीजल टैंकर भिड़े, बड़ा हादसा टला एनसीएल परियोजना निगाही के ओबी कंपनी कलिंगा के कैंप में आज दिन सोमवार की सुबह दो डीजल टैंकर बेकाबू होकर भिड़ गये। हालांकि इस बीच कोई बड़ा हादसा नही हुआ। लेकिन ओबी कपंनी कलिंगा के प्रबंधन के लचर व्यवस्था की पोल खुल गई। सूत्र यह भी बताते है कि यहां आये दिन वोल्वों वाहन टकराते रहते हैं। इसकी जानकारी प्रबंधन को भलीभांति मालूम रहता है। लेकिन प्रबंधन के ही द्वारा मामले को दबा दिया जाता है।