भारत और सिंगापुर एक-दूसरे के लिए महत्वपूर्ण साझेदार : मुर्मु

नई दिल्ली, 4 सितंबर (वार्ता) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारत और सिंगापुर को एक-दूसरे के लिए महत्वपूर्ण साझेदार बताते हुए कहा है कि सिंगापुर भारत की एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत के दृष्टिकोण में भी एक प्रमुख साझेदार है। भारत की यात्रा पर आए सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में श्रीमती मुर्मु से मुलाकात की।

राष्ट्रपति ने श्री वोंग का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और सिंगापुर एक-दूसरे के लिए महत्वपूर्ण साझेदार हैं और सिंगापुर भारत की एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत के लिए विजन में भी एक प्रमुख साझेदार है। श्रीमती मुर्मु ने कहा कि दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ को देखते हुए प्रधानमंत्री की यात्रा महत्वपूर्ण है।

राष्ट्रपति ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रधानमंत्री वोंग और प्रधानमंत्री मोदी ने आज रणनीतिक साझेदारी के लिए संयुक्त रूप से एक रोडमैप तैयार किया जो वास्तव में हमारे द्विपक्षीय सहयोग की गहराई और विस्तार को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आज हुए द्विपक्षीय समझौते हरित अर्थव्यवस्था, अंतरिक्ष, नागरिक उड्डयन, वित्तीय प्रौद्योगिकी और कौशल विकास जैसे नए और उभरते क्षेत्रों में हमारे सहयोग को बढ़ावा देंगे।

दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंधों पर राष्ट्रपति ने कहा कि सिंगापुर भारत के लिए निवेश का एक प्रमुख स्रोत है और भारत में सिंगापुर का निवेश भी बढ़ रहा है। उन्होंने बढ़ते रक्षा सहयोग का भी उल्लेख किया, जिसमें द्विपक्षीय अभ्यास और प्रशिक्षण शामिल हैं। उन्होंने सिंगापुर में भारतीय प्रवासियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की भी सराहना की।

दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि उच्चतम राजनीतिक स्तरों पर नियमित बातचीत भारत-सिंगापुर संबंधों की एक विशेषता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत-सिंगापुर संबंध भविष्य में भी फलते-फूलते रहेंगे।

 

 

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