नयी दिल्ली (वार्ता) प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने देश की साइबर सुरक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया है जिससे कि सैन्य और राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा संगठनों के बीच सहयोग तथा एकीकरण बढ़ाया जा सके।
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि सीडीएस ने ‘साइबर सुरक्षा अभ्यास 2024’ में हिस्सा लिया और साइबर क्षेत्र में सभी हितधारकों के बीच एकीकरण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंंने उभरते साइबर खतरों से निपटने के लिए एक परस्पर सहयोग पर आधारित माहौल को बढ़ावा देने की पहल की सराहना की।
इस अभ्यास का उद्देश्य सभी साइबर सुरक्षा संगठनों की साइबर रक्षा क्षमता को और विकसित करना तथा सभी हितधारकों के बीच तालमेल को बढ़ावा देना है। यह विभिन्न सैन्य और प्रमुख राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिभागियों के बीच सहयोग तथा एकीकरण बढ़ाने पर भी केंद्रित है।
सीडीएस ने अभ्यास के दौरान प्रतिभागियों और कर्मचारियों के समर्पण और प्रयासों की सराहना की।
इस अभ्यास से प्रतिभागियों का साइबर रक्षा कौशल, तकनीक और क्षमता बढेंगी तथा उन्हें सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और एक एकीकृत तथा मजबूत साइबर सुरक्षा स्थिति की दिशा में काम करने का मौका मिलेगा।
यह साइबर रक्षा ढांचे की योजना और तैयारी में संयुक्त कौशल तथा तालमेल को भी बढ़ावा देगा।