लसूड़ियों पुलिस ने दो शातिर चोरों को किया गिरफ्तार
आरोपियों से 20 लाख के आभूषण व बाइक जब्त
इंदौर: सूने मकानों से लाखों रुपये के सोने-चाँदी व हीरे के आभूषण चोरी करने वाले शातिर चोर को लसूड़िया पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों से करीब 20 लाख रुपये के सोने-चाँदी व हीरे आभूषण व लक्जरी आर-15 बाईक बरामद की गई. आरोपी अपने महंगे-महंगे शौक पूरे करने के लिये सूने मकानों को अपना निशाना बनाकर चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. 15 दिन पहले ही लसूडिया क्षेत्रांतर्गत रिटायर्ड इंडियन नेवी ऑफिसर के घर से ताला तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था.
जानकारी के अनुसार पुलिस थाना लसुडिया पर 12 मई को शिकायतकर्ता मोहित पिता रनजीत सिंह परिहार निवासी स्कीम 114-1 ने रिपोर्ट की थी कि मैं 6 मई को अपने परिवार के साथ पारिवारिक कार्य से जबलपुर गया था. 11 मई को आया तो देखा कि घर का ताला टूटा है व घर के अंदर सामान बिखरा पड़ा है. घर से सोने-चांदी व हीरे के आभूषण नहीं मिल रहे हैं. कुछ नगदी रुपये नहीं मिल रहे है. कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया है. आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सहायक पुलिस आयुक्त विजयनगर कृष्ण लालचंदानी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया.
गठित टीम ने घटना स्थल व आसपास लगे सीसीटीवी फुजेट से 6 से 11 मईके मध्य के कैमरे चेक किए. इसमें दो संदिग्ध घटना स्थल के आस पास घूमते नजर आये. इनकी तलाश के लिए टीम द्वारा करीब 500 से अधिक सीसीट.वी कैमरे चैक किये गये. प्राप्त फुटेज के संबंध में जानकारी प्राप्त करने पर संदिग्धों की पहचान सन्नी उइके (उम्र 20) निवासी पंचवटी कालोनी एवं दिवाकर गोलाइट निवासी (उम्र 19) स्कीम 78 के रूप में हुई. संदेहियों की तलाश कर मुखबिर की सूचना के आधार पर आज गिरफ्तार किया गया. आरोपियों से चोरी गये सोने चाँदी व हीरे के आभूषण तथा लक्जरी मोटरसाईकल आर-15 जब्त की गई है. आरोपियों से अपराध के समय पहने कपड़े, जिस औजार से दरवाजा तोड़ा था जप्त होना शेष है. अन्य अपराधों के संबंध में भी आरोपीगण से पूछताछ की जा रही है।
माता-पिता करते हैं मजदूरी
दोनों आरोपीगण को महंगी महंगी मोटर बाईक चलाना, इंस्टाग्राम पर रील बनाना, बाईक स्टंट करना, मॉल में घूमने एवं ब्राण्डेड कपड़े पहने का का शौक है. आरोपी सनी की माँ पंचवटी कालोनी में चौकीदारी करती है, आरोपी दिवाकर के माता-पिता मजदूरी करते हैं. आरोपीगण अपने शौक पूरे करने के लिये चोरी की घटना को अंजाम देते थे.