पाँच दिन चला जिंदगी और मौत का संघर्ष-मामला हजीरा थाने में खुद को आग लगने का
ग्वालियर: हजीरा थाने के सामने एक 30 वर्षीय युवक आकाश तिवारी ने पेट्रोल डाल कर आत्मदाह करने का प्रयास किया था। जयारोग्य हॉस्पिटल के बर्न विभाग में आज सुबह आकाश ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पाँच दिन चले जिंदगी और मौत के संघर्ष में जिंदगी हार गई। मौत की खबर सुनते ही पत्नी आरती बिलख कर रो पड़ी। मृतक आकाश के दो बच्चे बेटा कन्नू 3 साल और 7 साल की बेटी अन्नू है। पड़ौसियों ने बताया कि आकाश ई रिक्शा चलाकर अपना परिवार पालता था। पति की मौत के बाद पत्नी आरती और उसके 2 छोटे बच्चे बेसहारा हो गए है।
रक्षाबंधन से 11 दिन पहले बहन के कारण भाई ने गंवाई अपनी जान
परिवार का कहना है कि राखी के त्योहार पर बहनें अपने भाई को राखी बांध कर उनकी लंबी आयु की कामना करतीं है पर इस कलयुग में भारती जैसी बहन ने अपने भाई को मानसिक प्रताड़ित कर उसे जान गवाने पर मजबूर कर दिया। सूत्रों की माने तो मृतक आकाश ने अपनी बहन और बहनेऊ पर तरस खा कर उसे अपने ही घर मे एक कमरा रहने के लिए दे दिया था। कुछ सालों बाद बहन के मन मे लालच आ गया और उसने अपने भाई का मकान हड़पने की योजना बना ली और दिन रात भाई आकाश को मानसिक प्रताड़ना देकर उसकी थाने में झूठी रिपोर्ट दर्ज कराकर उसे आत्मदाह पर मजबूर कर दिया था ।
