उज्जैन। मई के गुजरते दिन भीषण गर्मी का अहसास कराने लगे है। शनिवार को गर्म हवा के साथ दिन का तापमान 43 डिग्री के करीब पहुंच गया था। झुलसा देने वाली गर्मी के चलते सडक़ो पर सन्नाटा भी दिखाई दिया। आगामी दिनों में तापमान 44-45 डिग्री पार होने की संभावना जताई जा रही है।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मार्च माह से शुरू हुई गर्मी का असर पूरी तरह से दिखाई नहीं दे रहा था। लगातार तापमान में उतार-चढ़ाव के साथ आंधी-बारिश का क्रम बना हुआ था, लेकिन पिछले एक सप्ताह से दिन-रात का तापमान बढ़ता दिखाई दे रहा है। तीन दिन पहले न्यूनतम तापमान 27 डिग्री पहुंच गया था। वहीं अधिकतम 40 से 41 डिग्री के आसपास बना हुआ था। शनिवार को सुबह 11 बजे से ही भीषण गर्मी महसूस होने लगी थी। 8 किलोमीटर प्रतिघंटे से चल रही हवा भी काफी गर्म थी। दोपहर 1 बजे बाद हालत काफी भयावह हो गये थे। सडक़ो पर आवागमन कम हो गया था, कालोनी-मोहल्लों में सन्नाटा दिखाई देने लगा था। बाहर झुलसा देने वाली तपन महसूस हो रही थी। लोग जरूरी काम होने पर ही आते-जाते दिखाई दे रहे थे। जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार गुप्त ने बताया कि अधिकतम तापमान 42.6 दर्ज हुआ है। माह के अंत में तापमान 44 से 45 डिग्री पहुंच सकता है। इस बीच गर्मी अधिक बढऩे से आसमान में बादल भी आ सकते है और हल्की बारिश हो सकती है।