छिंदवाड़ा। एमपीईबी विभाग द्वारा आउटसोर्स कर्मचारियों को कार्य पर तो रख लिया जाता है,लेकिन इन कमर्चारियों को बिना सुरक्षा संसाधनों के बिजली की नंगी तारों का सुधार करना पड़ता है। जिसका नतीजा यह होता है कि कर्मचारी या तो बिजली के करंट से काल के गाल में समा जाता है या फिर घायल हो जाता है। ताजा मामला शुक्रवार को सामने आया जब
अमरवाड़ा नगर में बिजली सुधारते समय एमपीईबी का आउटसोर्स कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अमरवाड़ा अस्पताल से उपचार के बाद जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। मिली जानकारी के अनुसार घायल करबडोल निवासी कृष्ण कुमार वर्मा बताया जा रहा है। अमरवाडा डिविजन में बतौर आउटसोर्स कर्मचारी के रूप में कार्यरत था। कल आंधी के चलते लाइन खराब होने बाद वह डीईओ सुधार रहा था। इसी बीच उसे रिटर्न शाक लगा, जिसके कारण गिर गया। उसकी पसली, छाती और हाथ में गंभीर चोट आई है। वहीं जिला अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि एमपीईबी कर्मचारी की हालत अभी नाजुक है। जिसकी लगातार जांच की जा रही है।
नही थे सुरक्षा के संसाधन 00000000000
अमरवाड़ा में करंट लगने से घायल हुए आउटसोर्स कर्मचारी को जब करंट लगा तो वह पसली के बल जमीन पर गिरा था। ऐसे में एक बार फिर एमपीईबी विभाग पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि बिजली सुधार करते वक्त जब कृष्ण कुमार वर्मा पोल पर चढ़ा था उस समय उसके पास सुरक्षा के इंतजाम नही थे। अक्सर देखा गया है की एमपीईबी कर्मचारियों को बगैर सुरक्षा के बिजली के करंट का सामना करना पड़ता है।