० महाविद्यालयों में शुरू है प्रवेश की प्रक्रिया, नई शिक्षा नीति के तहत हुए कई बदलाव
नवभारत न्यूज
सीधी 17 मई। नई शिक्षा नीति के तहत कालेज की पढ़ाई में अब कई अहम बदलाव हो चुके हैं। आर्ट के छात्र भी अब साइंस की पढ़ाई कर सकेंगे। चौथे वर्ष के चयन पर ऑनर्स डिग्री मिलेगी।
बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित होने के साथ ही उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर महाविद्यालयों में ऑनलाइन प्रवेश की प्रकिया प्रारंभ है। हायर सेकेण्ड्री परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। स्नातक के लिए 1 मई से व स्रातकोत्तर के लिए 2 मई से महाविद्यालयों में ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू है। इसमें प्रथम व द्वितीय चरण के बाद सीएलसी राउण्ड होगा। उच्च शिक्षा विभाग ने पंजीयन, दस्तावेज सत्यापन, शुल्क जमा करना व प्रवेश लेने के लिए अलग-अलग तिथि निर्धारित की है। पहले चरण के पूर्ण होने के बाद द्वितीय चरण की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद स्रातक पाठ्यक्रमों में कई बदलाव भी हुए है। स्नातक का छात्र यदि चौथे वर्ष का चयन करता है और रिसर्च के क्षेत्र में जाता है तो रिसर्च विर्थ ऑनर्स और सिर्फ पाठ्यक्रम के अनुसार चयन करता है तो ऑनर्स की डिग्री प्राप्त होगी। इसके अलावा किसी भी स्ट्रीम का विद्यार्थी हो वह इलेक्टिव कोर्स के तहत दूसरे विषय का भी चयन कर सकेगा। आर्ट का स्टूडेंट भी मैथ व साइंस सब्जेक्ट का चयन कर सकेगा। व्यावसायिक पाठ्यक्रम के तहत महाविद्यालय में उपलब्ध पाठ्यक्रम में से विद्यार्थी किसी एक का चयन कर सकते हैं। यह पाठ्यक्रम किसी भी स्ट्रीम का हो सकता है। इसमें संकाय की बाध्यता नहीं होगी।
इसके अलावा आधार पाठ्यक्रम सभी को एक समान पढऩा पड़ेगा। आधार पाठ्यक्रम के बाद प्रोजेक्ट, इन्टर्नशिप, सामाजिक जुड़ाव व आंप्रेटिशशिप करना होगा। तीन व चार वर्ष के लिए स्नातक/नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को एक और सुविधा प्रदान की गई है। इसके तहत स्नातक पाठ्यक्रम तीन व चार वर्ष के होंगे। इस सत्र से चौथे वर्ष में विद्यार्थी प्रवेश ले सकते हैं। विद्यार्थी यदि तीन वर्ष का पाठ्यक्रम करते हैं तो स्रातक की डिग्री मिलेगी। तीन वर्ष का कोर्स पूरा होने के बाद वह चौथे वर्ष का चयन करता है तो चार वर्ष पूर्ण होने पर ऑनर्स की डिग्री मिलेगी। इसमें भी यदि छात्र रिसर्च के क्षेत्र में चौथे वर्ष को चुनता है तो उसे रिसर्च विथ ऑनर्स की डिग्री प्राप्त होगी। महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने इसके लिए टाइम टेबल जारी किया है। प्रथम व द्वितीय चरण की प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद सीएलसी राउण्ड होगा। ये प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी।
००
हर संकाय के लिये इलेक्टिव ग्रुप
नई शिक्षा नीति के तहत स्रातक स्तर पर मेजर, माइनर व इलेक्टिव तीन कोर्स प्रमुख होते हैं। इनके अलावा वोकेशनल यानी व्यावसायिक पाठ्यक्रम, आधार पाठ्यक्रम और प्रोजेक्टर-इन्टर्नशिप प्रमुख होते हैं। मैथ, साइंस या आर्ट ग्रुप के छात्र प्रमुख विषयों में से मेजर, माइनर व इलेक्टिव का चयन कर सकते हैं। इनमें से कोई यदि अपने संकाय से अलग संकाय के विषय का चयन करना चाहता है तो वह इलेक्टिव कोर्स के तहत उसका चयन कर सकता है। इसके लिए हर संकाय के अलग-अलग विषयों के इलेक्टिव ग्रुप बनाए गए हैं। इन ग्रुपों से विद्यार्थी किसी भी ग्रुप के सब्जेक्ट का चयन कर सकते हैं।