संयुक्त राष्ट्र/नयी दिल्ली, (वार्ता) संयुक्त राष्ट्र ने राफा में हुई गोलीबारी की घटना की जांच के लिए एक पैनल का गठन किया है, जिसमें पूर्व भारतीय सैन्य अधिकारी वैभव अनिल काले की मौत हो गई।
एक टैंक ने संयुक्त राष्ट्र के एक सफेद वाहन के पिछले हिस्से को क्षतिग्रस किया जिसमें वह यात्रा कर रहे थे।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने कर्नल काले के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
उन्होंने यह भी कहा कि घटना का विवरण का सत्यापन अभी भी इजरायली रक्षा बल के साथ किया जा रहा है, जहां अटकलें है कि कर्नल काले के वाहन को आईडीएफ ने टक्कर मारी थी।
2022 में भारतीय सेना से समय से पूर्व सेवानिवृत्ति लेने के बाद, कर्नल काले दो महीने पहले संयुक्त राष्ट्र में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग (डीएसएस) में सुरक्षा समन्वय अधिकारी के रूप में शामिल हुए।
उन्होंने पहले 11 जम्मू और कश्मीर राइफल्स के साथ काम किया था।
कर्नल काले गाजा युद्ध में मारे जाने वाले संयुक्त राष्ट्र के पहले कर्मचारी हैं।
श्री फरहान ने कहा कि कि इस घटना में घायल हुई डीएसएस की एक महिला कर्मचारी आईसीयू में भर्ती है।
वह चिकित्सा प्राप्त कर रही है और हमें विश्वास है कि ठीक हो जाएंगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या इज़राइल की ओर गोलियां चलाई गई थीं, जिसने राफा में अपनी सेना तैनात की है, उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं दिया, कहा कि यह एक टैंक से गोला दागा गया था।
उन्होंने दोहराया कि इजरायल के साथ बातचीत चल रही है जिससे “यह निर्धारित किया जा सके कि यह घटना कैसे हुई और क्या हुआ।
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यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत ने बुधवार को पूर्व भारतीय सेना अधिकारी कर्नल काले की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया, जो युद्धग्रस्त राफा में संयुक्त राष्ट्र के वाहन पर गोलाबारी में मारे गए।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि संयुक्त राष्ट्र और इजराइल में भारतीय दूतावास शव को भारत भेजने के लिए हरसंभव मदद कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारतीय मिशन घटना की जांच के संबंध में संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है।