शिवपुरी। बदरवास में बरखेड़ा ओवरब्रिज के पास संजेश सिंह कुशवाह का शव मिला था। 33 साल के संजेश बरखेडा हाट थाना आरोन हाल शिवपुरम् कालोनी गुना के रहने वाले थे। पुलिस ने संजेश का शव बरामद कर अज्ञात हत्यारोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू की। विवेचना के दौरान पुलिस ने मृतक के गांव से लेकर गुना और गुना से लेकर घटना स्थल तक सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे खंगाले और मोबाइल लोकेशन ट्रेस की।
कई दिनों बाद पुलिस को अभिषेक रघुवंशी पर संदेह हुआ। संदेह के आधार पर पुलिस ने अभिषेक को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान 22 वर्षीय अभिषेक ने अपने 22 वर्षीय ममेरे भाई रामअवतार रघुवंशी, 21 वर्षीय भूरा रघुवंशी के साथ मिलकर हत्या की वारदात करना स्वीकार किया।
अभिषेक ने बताया कि उसे अपनी गर्लफ्रेंड की डिमांड पूरा करने के लिए पैसों की आवश्यकता थी। इसी के चलते उसने अपने ममेरे भाई विवेक और भूरा के साथ मिलकर पहले इंजीनियर का अपहरण किया और फिर उसकी हत्या कर दी। तीनों हत्यारोपित कालेज छात्र हैं और पैसों के लालच में अपराधी बन गए।
एसडीओपी विजय यादव ने बताया कि आरोपित पिछले दो तीन महीने से लगातार हाइवे पर खड़े होकर किसी वाहन को लूटने का प्रयास कर रहे थे। इसी क्रम में घटना वाले दिन तीनों आरोपित सवारी बनकर बदरवास आने के लिए संजेश की कार में सवार हुए। रास्ते में तीनों ने उसे बलपूर्वक हथियार की नोंक पर अपने कब्जे में ले लिया।जब तीनों ने संजेश को ड्राइवर सीट से हटा कर स्वयं ड्राइवर सीट पर आने का प्रयास किया तो संजेश ने उनके कब्जे से छूट कर भागने की कोशिश की तभी पीछे से आरोपितों ने गोली मार दी। पुलिस को आरोपितों के मोबाइल से ही कई अहम फोटो वीडियो हासिल हुए हैं, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि आरोपित लंबे समय से हथियार चलाने की प्रैक्टिस कर रहे थे। इसके अलावा कार में सवार होने के दौरान भी उन्होंने फोटो-वीडियो बनाए हैं, वह सब वीडियो फोटो भी उन्होंने अपने मोबाइल सहेज कर रखे थे। इंजीनियर की कार से पहले भी उन्होंने कुछ वाहनों को रोकने का प्रयास किया था।