देखरेख के अभाव में जर्जर हो गए ननि के टैंकर
जबलपुर। प्रचंड गर्मी पड़ते ही शहर के कई इलाकों में पानी की किल्लत देखने को आए दिन मिलती है। जिसको पूरा करने के लिए नगर निगम द्वारा पानी की सप्लाई की जा रही है पर समस्या यह है कि जिस टैंकरो से यह पेयजल पहुंचाया जा रहा है वह समय के साथ-साथ बूढ़े और जर्जर हो चले है। आलम यह रहता है कि लबालब पानी से भरे टैंकर मंजिल तक पहुंचतेे-पहुंचते आधे खाली हो जाते है। जिसके चलते क्षेत्रवासियों को हाथ खींच कर उपयोग करना पड़ता है। देखरेख का अभाव झेल रहे नगर निगर के टैंकर जगह-जगह से रिस रहे है। जिन पर ध्यान ना दे पाने के कारण यह टैंकर गर्मी के दिनों में आम लोगों को रूलाते है। खस्ताहाल हो चले टैंकरों को अब पूर्ण रूप से मरम्मत कर जनता के उपयोग के लिये लाना चाहिए।
खुले रहते हैं टैंकर
नगर निगम द्वारा क्षेत्रों में पेयजल की सप्लाई के लिए चलाए जा रहे टैंकर पुराने हो चले है। स्थिति यह है कि इन टैंकरों के ऊपर लगने वाले ढक्कन तक गायब हो चुके है। जिसके कारण पेयजल मंजिल तक पहुंचने के पहले ही दूषित हो जाता है। इतना ही नहीं सडक़ों पर मौजूद गढ्ढे पर टैंकर के पहिये जैसे ही पड़ते है साफ पेयजल छलक कर सडक़ पर गिर जाता है। जोकि पेयजल की बर्बादी का साफ नमूना है। नगर प्रशासन को टैंकरो द्वारा स्वच्छ पेयजल मुहैया कराना चाहिए एवं जर्जर हो चले टैंकरो को मरम्मत क र जनता के उपयोग में लाना चाहिए।