भोपाल 14 मई मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ओर से आयोजित भगवान चित्र प्रकटोत्सव में शामिल हुए।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण और सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने मुख्यमंत्री डा यादव का स्वागत किया और महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष होने के नाते संगठन की गतिविधियों का विवरण दिया।
डॉ यादव ने कहा कि मनुष्य का जन्म होता है तो मृत्यु भी अटल है। व्यक्ति के संसार में आने और जाने के बीच सबसे महत्वपूर्ण है सदमार्ग की ओर जाना। यह हिंदू समाज का गौरवशाली पक्ष है। जन्म और मृत्यु के बीच की जो यात्रा है उसमें पुण्य कर्मों के साथ ही अन्य कर्मों और जाने, अनजाने में हुई त्रुटियों के साक्षी भगवान चित्रगुप्त जी होते हैं। वे मृत्यु लोक में व्यक्ति के कर्मों का हिसाब किताब रखते हैं। आज नास्तिक लोगों के पास भी इस बात का कोई उत्तर नहीं है। जन्म के बाद मृत्यु अवश्यंभावी है।
डॉ.यादव ने कहा कि आज गोपाष्टमी है और भगवान चित्रगुप्त जी का प्रकटोत्सव है। कृष्ण जन्माष्टमी और गोपाष्टमी ही सबसे महत्वपूर्ण अष्टमी होती हैं। आज भगवान चित्रगुप्त की अनुकंपा इस कार्यक्रम में आकर मिली है। उन्होंने कहा कि जिस तरह अयोध्या में भगवान राम मुस्कुरा रहे हैं शीघ्र ही भगवान कृष्ण की जन्म भूमि में प्राण प्रतिष्ठा का अवसर भी आएगा।
श्री विश्वास सारंग ने कहा कि कायस्थ समाज हिंदू समाज को दिशा दिखाने वाला समाज है। नेवरी के इस मंदिर प्रांगण के विकास का कार्य स्वर्गीय कैलाश सारंग के प्रयासों से हुआ। उन्होंने भारत में कायस्थ समाज को एकजुट करने का कार्य किया।