12 सौ लोगों के लिए दस्तावेज जमा
नवभारत न्यूज
इंदौर. शहर के रेसीडेंसी एरिया में सोमवार से खसरे नंबर दर्ज होना शुरू हो जाएंगे. सारा एप पर रेसीडेंसी एरिया का नक्शा भोपाल से अपलोड हो चुका है, जो आज रात से साइट पर दिखाई देगा.
731 एकड़ में फेले रेसीडेंसी एरिया को खसरे पर लेने का काम प्रशासन सोमवार से शुरू कर देगा. इसके लिए भोपाल से रेसीडेंसी एरिया का नक्शा सारा एप पर अपलोड कर दिया गया है. नक्शा अपलोड होने के 48 घंटे के भीतर कंप्यूटर पर साइट खोलने पर दिखाई देने लगेगा. नक्शा अपलोड की कार्रवाई पूरी होने के बाद प्रशासन सोमवार से खसरे नंबर दर्ज करना शुरू कर देगा. इसमें सबसे पहले सरकारी मकान, ऑफिस, बंगले और अन्य संपत्तियों के रकबे दर्ज होंगे. इसके बाद निजी जमीन पर काबिज लोगों और मकानों, बस्तियों में कौन सी भूमि पर किस नाम का व्यक्ति और उसके कब्जे में कितना रकबा है, इसकी जानकारी दस्तावेज के आधार पर खसरे में दर्ज होगी. ध्यान रहे कि इंदौर में रेसीडेंसी एरिया राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं था. प्रशासन ने उक्त एरिया को राजस्व रिकार्ड में दर्ज करने की कार्रवाई पिछले छह माह से चल रही है. अब जाकर प्रशासन कारवाही को अंतिम रूप देने की स्थिति में है.
चोर बड़ी कॉलोनी, दो बड़ी बस्ती
रेसीडेंसी एरिया में चार बड़ी कॉलोनी और दो बड़ी बस्तियां है. इसके साथ धार कोठी और रेलीज हाउस का प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है. चार कॉलोनियों में रेडियो कॉलोनी, धार कोठी, रतलाम कोठी और राजगढ़ कोठी शामिल है. वही श्यामाचरण शुक्ल और आजाद नगर की बस्ती भी रेसीडेंसी की जमीन पर मौजूद है.
लोगों ने दस्तावेज सौंपे
पूरे इलाके के 731 एकड़ में काबिज लोगों ने दस्तावेज प्रशासन को सौंप दिए है. अभी तक प्राप्त दस्तावेजों की संख्या करीब 12 सौ के लगभग है. एडीएम सपना लोवंशी ने बताया कि सोमवार से नक्शे पर खसरे नंबर और रकबा डालना शुरू हो जाएगा। नक्शा अपलोड हो चुका है.