मामला वार्ड 39 के खजराना वाले मार्ग का
बायपास से जुड़ने वाले इस मार्ग की हालत जर्जर
इंदौर: शहर में विकास कार्य करते हुए जर्जर पड़ी कई सड़कों का निर्माण किया गया लेकिन आज भी कई ऐसे वार्ड है यहां पिछले की वर्षों से सड़कों की बदहाली बरकरार है.वार्ड क्रमांक 39 में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है खजराना में आने वाले इस वार्ड में कई मार्ग ऐसे हैं जो मुख्य मार्ग में आते हैं. जैसे कि निपानिया झालरिया बाईपास की ओर जाने वाला मार्ग. यह सभी मार्ग बायपास से कनेक्ट होते हैं. इनमें नाहर शाह वाली दरगाह से होते हुए बाईपास से मिलने वाला यहां मुख्य मार्ग जर्जर हालत में पड़ा हुआ है. इतना ही नहीं वार्ड की अधिकांश गली और मुख्य मार्ग की सड़क भी सफर करने वालों के लिए मुसीबत से काम नहीं. अगर सिर्फ दरगाह रोड की बात की जाए तो कई गड्ढों से पटा पड़ा है. इस पर सिर्फ समय-समय पर मुरम डाल दिया जाता है. गड्ढों के कारण कई लोगों को बैकबोन जैसी समस्या भी हो चुकी है. गड्ढों से भरे पड़े इस मार्ग पर दिनभर धूल के गुबार उड़ा करते हैं. वहीं बरसात के दिनों में इन्हीं गड्ढों में पानी भर जाया करता है. जिसकी निकासी भी नहीं होती. क्षेत्र पार्षद द्वारा हमेशा विकास की बात की गई है लेकिन वार्ड में घूमकर देखा जाए तो पक्की सड़कें सिर्फ कागजातों पर दिखाई जा रही है.
इनका कहना है
गड्ढे इतने हैं कि गाड़ियों की हालत खराब हो जाती है तो इंसान तो दूर की बात. मुख्य मार्ग होने के बावजूद क्षेत्र पार्षद इस पर ध्यान नहीं दे रहा है. निगम अधिकारियों को चाहिए कि खुद यहां आकर सर्व करें.
– साजिद खान
धूल का मतलब कच्ची सड़कें, पूरे वार्ड में घुमिये धूल के अलावा आपको कुछ नहीं मिलेगा. इससे लोगों के फेफड़े खराब हो रहे है. लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है. अगर सड़क निर्माण विकास है तो कहां है पार्षद, बताएं.
– इमरान अहमद
इतने लो ग्रेड मटेरियल से सड़क का निर्माण किया गया कि आप देख सकते हैं. इसके अलावा रोड कोई भी खोदना है तो पार्षद जवाबदारी होती है कि उसे दुरुस्त करें, पता नहीं आपस की सांठ गांठ से सब चौपट है.
– सैय्यद सरफ़राज़ अली