पन्ना ब्यूरो
सत्ताधारी दल भाजपा के नेताओं पर सत्ता का जुनून ऐसा कि चाहे जिस पर बरस पड़ते हैं। एक ऐसा ही मामला अजयगढ़ में प्रकाश में आया है जिसमें भाजपा के एक युवा नेता नेता अनुसूचित जाति की महिला तहसीलदार के साथ कार्यालय में जाकर अभद्रता की और शासकीय कार्य में बाधा डाली उक्त मामले को एसपी पन्ना सांई कृष्णा थोटा पन्ना ने गम्भीरता से लेते हुए नियमानुसार त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिये थे। जिस पर अजयगढ़ थाना पुलिस ने उक्त भाजपा नेता ने शासकीय कार्य में बाधा, अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम सहित विभिन्न गम्भीर धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है।
हासिल जानकारी के अनुसार भाजपा के युवा नेता अंकित मिश्रा उर्फ कुलदीप ने नायब तहसीलदार के कक्ष में घुसकर शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए सरकारी फाइलें फेंक दी। मना करने पर बौखलाए युवा नेता ने कथित तौर अनुसूचित जाति की महिला अधिकारी को गाली-गलौज करते हुए जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। साथ ही जान से मारने और पूर्व तहसीलदार की तरह लोकायुक्त पुलिस के प्रकरण में फंसाने की धमकी भी दी। नायब तहसीलदार संगीता अहिरवार की लिखित शिकायत मिलने पर एसपी पन्ना सांई कृष्णा थोटा ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिये। नायब तहसीलदार संगीता अहिरवार की ओर से थाना में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया गया है कि, दिनांक 30 अप्रैल की शाम लगभग 4.30 बजे वह अपने कार्यालय में बैठकर न्यायालयीन कार्य कर रही थी।
तभी अंकित उर्फ मिश्रा उर्फ कुलदीप निवासी माधौगंज अजयगढ़ आया और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए ईडब्ल्यूएस का आदेश तुरंत बनाने का दबाव डालने लगा। नायब तहसीलदार ने उससे पूंछा की आप कौन है, आवेदक हैं या फिर अन्य किसी का आदेश बनना है? कुलदीप ने बताया उसके रिश्तेदार का आदेश बनना है। न्यायालय की डाइस पर हाथ पटकते हुए नेता जी वहां रखीं सरकारी फाइलें-रजिस्टर छीनकर यहां-वहां फेंकने लगे। महिला अधिकारी के मना करने पर उन्हें गालियां दी और जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित किया। अजयगढ़ थाना पुलिस ने नायब तहसीलदार अजयगढ़ संगीता अहिरवार के लिखित आवेदन पत्र पर भाजयुमो नेता अंकित उर्फ मिश्रा उर्फ कुलदीप के विरुद्ध धारा 294, 506, 353, 186 ताहि एवं एससीएसटी एक्ट के तहत आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले को जांच में लिया है तथा एसपी के निर्देश पर आरोपी युवक की गिरफ्तारी हेतु प्रयास जारी है।