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ओंकारेश्वर। सतवा अमावस्या पर करीब 50 हजार श्रद्धालु भक्तों ने ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारेश्वर जी के दर्शन लाभ लिए। वहीं पवित्र नर्मदा नदी में भी स्नान किया वैशाख मास की सत्तू अमावस्या बड़ी अमावस्या मानी जाती है।
विद्वान अनूप दीक्षित ने बताया कि चैन की दाल और गेहूं को मिलकर कर सत्तू पिसाई जाता है जो वैशाख अमावस्या पर भगवान को चढ़ाया जाता है और उसी का प्रसाद लोग ग्रहण करते हैं । इसके साथ ही तमिलनाडु साउथ दक्षिण भारतीय लोगों का पुष्कर मेला भी चल रहा है। जिसमें हजारों लोग प्रतिदिन आ रहे हैं अमावस्या को प्रात: काल से ही भक्तों की भीड़ लग गई थी ।
संगम घाट,नगर घाट पर भक्तों की भीड़ थी,शासन ने सुरक्षा के मध्य नजर नाव बंद रखी,जिला प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध किए थे। पार्किंग व्यवस्था जगह-जगह की गई थी । मंदिर में दर्शन करने की व्यवस्था भी अच्छी थी । तपती गर्मी में श्रद्धालु दर्शन किए बिना जा नहीं रहे थे।