गुना, 15 अप्रैल (वार्ता) मध्यप्रदेश के गुना जिले में हाल ही में सामने आए साम्प्रदायिक तनाव के बाद शहर की स्थिति अब सामान्य बताई जा रही है।
ग्वालियर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अरविंद कुमार सक्सेना ने कल गुना पहुंचकर हालात की समीक्षा की और कहा कि पथराव में शामिल आरोपियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन और विधि सम्मत प्रक्रिया के तहत ही कार्रवाई की जाएगी।
रामनवमी के उपलक्ष्य में शनिवार को निकाले गए जुलूस के दौरान पथराव की घटना हुई थी, जिसके विरोध में सोमवार को हिंदू संगठनों द्वारा प्रदर्शन किया गया और आरोपियों के विरुद्ध बुलडोजर कार्रवाई की मांग उठाई गई। प्रदर्शन के पश्चात दोबारा कर्नलगंज क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी, जहां उपद्रवियों ने पत्थरबाजी कर कुछ मकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया।
पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा के अनुसार अब तक 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मुख्य आरोपी विक्की पठान उर्फ विक्की खान शामिल है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक करीब 20 अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
आईजी सक्सेना ने मीडिया से चर्चा में कहा कि स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। आगामी त्यौहारों और धार्मिक आयोजनों से पूर्व संबंधित पक्षों के बीच आपसी संवाद स्थापित कर मार्ग तय किया जाएगा, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस घटनाक्रम के दौरान घायल हुए आठ पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति के रूप में ढाई-ढाई हजार रुपये का पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है। प्रशासन ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस गश्त और निगरानी बढ़ा दी है। कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल द्वारा सोशल मीडिया पर धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए गए हैं, जो 30 अप्रैल तक प्रभावशील रहेंगे।