कम उम्र में हार्ट अटैक से मौत के मामले बढ़े

जन्मदिन पर पड़ा दिल का दौरा, युवक की मौत
परिवार का इकलौता बेटा था

इंदौर:हर दिन बढ़ती हृदयघात की घटनाओं ने अब युवाओं को भी नहीं बख्शा है. ताजा मामला द्वारकापुरी क्षेत्र का है, जहां सब्जी विक्रेता के इकलौते 17 वर्षीय बेटे अर्जुन की आज उसके जन्मदिन पर ही हार्ट अटैक से मौत हो गई. अर्जुन का आज 18वां जन्मदिन था, लेकिन वह इस दुनिया को अलविदा कह गया. परिजनों के अनुसार, अर्जुन बिल्कुल स्वस्थ था, लेकिन सुबह अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया.

रात में खाया खाना, सुबह नहीं खुली आंखें, अर्जुन के पिता जवाहर, खेती का काम देखने पन्ना गए हुए थे. घर पर मां और बहन के साथ अर्जुन ने कल दुकान से लौटकर खाना खाया और सो गया. अष्टमी के दिन परिवार का व्रत था, पूजा-पाठ के बाद सबने खाना खाया रविवार की सुबह जब अर्जुन उठा, तो उसे सीने में तेज़ दर्द और घबराहट हुई. उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
12वीं की परीक्षा देकर भविष्य की कर रहा था तैयारी
अर्जुन ने हाल ही में 12वीं की परीक्षा दी थी. वह पढ़ाई के साथ-साथ अपने माता-पिता की सब्जी की दुकान में हाथ बंटाता था. उसकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और वह माता-पिता का इकलौता सहारा था. एमवाय अस्पताल में उसका पोस्टमार्टम किया गया. रिपोर्ट के अनुसार, मौत का कारण हृदयाघात बताया गया है. यह अकेला मामला नहीं है.

पिछले कुछ महीनों में इंदौर में कम उम्र के युवाओं की हार्ट अटैक से मौत के कई मामले सामने आ चुके हैं, खंडवा रोड निवासी एक छात्रा की बाजार जाते समय खंडवा नाका चौराहे पर हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. विजयनगर की एक युवती की शादी समारोह में डांस करते समय दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई. एमवाय अस्पताल के सामने मेडिकल स्टोर संचालक अमित चेलावत की भी हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है. डॉक्टरों के अनुसार, तनाव, खानपान, लाइफस्टाइल में बदलाव और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण युवाओं में दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. समय रहते जांच और सावधानी बरती जाए, तो ऐसे मामलों को टाला जा सकता है

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