अंदर चूकि बॉक्स बंद है इसलिए आग कहाँ और कितनी लगी ये कहा नहीं जा सकता. ट्रेन के रुकने और आग की सूचना से यात्रियों में हडक़ंप मच गया। आग लगने के बाद ट्रेन करीब सवा घंटे तक खड़ी रखी। बाद में आग वाले कोच को अलग कर ट्रेन को रवाना कर दिया गया। मुंबई इटारसी रेल लाईन पर सभी ट्रेनों को एक घंटे के लिये खडा कर दिया गया था जिससे कि कोई बड़ी घटना न घटे.
यात्रा कर रहे बड़ौदा जिले के स्टेशन अधीक्षक गोपीनाथ सिंग ने बताया कि ट्रेन की पि छली बोगी में धुआं उठते द ेखा तो हमने गार्ड को सूचना दी और गार्ड ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देकर ट्रेन को रूकवाया. इस कारण बडी घटना नहीं घटी. वहीं धरमकुंडी स्टेशन अधीक्षक सुरेश कुमार को जैसे ही ट्रेन में आग लगने की जानकारी मिली तो उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा आसपास के नगरपालिका को सूचना देकर फायर बिगे्रड को पहुंचाने में मदद की साथ ही वे इतना अधिक भागा दौडी कर रहे थे कि उनके हाथ और पैर में चोट भी आ गई.
जनरेटर और पार्सल बोगी में आग लगी – ट्रेन के सबसे आखिरी में जनरेटर और पार्सल बोगी में आग लगी। यह बोगी स्टील के बर्तन के कार्टूनों से भरी थी। इस कारण आग के साथ काफी धुआं उठने लगा। जिसके बाद जनरेटर कोच में काम करने वाले कर्मचारी भी तुरंत बाहर निकले। सूचना के बाद दमकल को बुलाया गया। डोलरिया थाना पुलिस और आरपीएफ इटारसी से बल मौके पर पहुंचा।
यात्रियों में मचा हडक़ंप, ट्रेन से नीचे उतरे – ट्रेन में आग लगने की घटना के बाद यात्रियों में हडक़ंप मच गया। ट्रेन के रुकते ही यात्री नीचे उतर गए। ट्रेन में सवार श्रीराम यात्री ने बताया कि हमारे तो होश ही उड गये थे जिस तरह से आग की जानकारी फैली थी. वहीं एक यात्री राजेंद्र तिवारी ने बताया कि खिरकिया स्टेशन से उन्होंने यात्रा शुरू करी थी तभी उसके थोडी देर बाद ही उन्हेंं सूचना मिली कि ट्रेन में आग लग गई है तो कोच में बैठे सभी यात्री परेशान होकर अफरातफरी को माहौल बन गया था