नई दिल्ली, (वार्ता) भारत के बिजली क्षेत्र में कार्यबल को सशक्त बनाने एवं हरित नौकरियों को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र की विद्युत उत्पादक कंपनी टाटा पावर और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है।
कंपनी ने बुधवार को बताया कि इस सहयोग के तहत विशेष रूप से पारेषण, वितरण और औद्योगिक सुरक्षा सहित हरित ऊर्जा से संबंधित कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिससे देश में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
इस साझेदारी के तहत टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (टीपीएसडीआई) को एनएसडीसी का प्रशिक्षण भागीदार बनाया गया है। यह संस्थान व्यावहारिक प्रशिक्षण के जरिए ऊर्जा संक्रमण, नेट-जीरो कार्यबल, ऊर्जा भंडारण, हरित हाइड्रोजन और पंप हाइड्रो जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षुओं को उद्योग-संरेखित कौशल प्रदान करेगा। इससे कार्यबल को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया जाएगा।
अब तक टीपीएसडीआई तीन लाख से अधिक लोगों को प्रशिक्षित कर चुका है और देशभर में अपने 11 प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से कौशल विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। टाटा पावर की योजना नए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की भी है, जिससे देश के विभिन्न हिस्सों में युवाओं को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा सके।
इस अवसर पर टाटा पावर के चीफ-सस्टेनेबिलिटी और सीएसआर, सीएचआरओ हिमाल तिवारी ने कहा, “हम एनएसडीसी के साथ इस साझेदारी को बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं। भारत के तेजी से बदलते ऊर्जा क्षेत्र में कुशल कार्यबल की आवश्यकता पहले से अधिक हो गई है। टीपीएसडीआई ने एक दशक से अधिक समय में तीन लाख से अधिक व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया है और यह सहयोग इस यात्रा को और आगे ले जाएगा।”
एनएसडीसी अकादमी के उपाध्यक्ष नितिन कपूर ने भी इस पहल को “स्किल इंडिया मिशन के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर” बताया। उन्होंने कहा, “टीपीएसडीआई की विशेषज्ञता और टाटा पावर के साथ साझेदारी भारत में ऊर्जा-स्मार्ट और डिजिटल रूप से सक्षम कार्यबल के निर्माण में तेजी लाएगी।”
इस साझेदारी से भारत में हरित ऊर्जा क्षेत्र में कौशल विकास को नई दिशा मिलेगी और ऊर्जा-संबंधित नौकरियों की गुणवत्ता में सुधार होगा। यह सहयोग आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।