इंदिरा नगर के रहने वाले सूरज नाम के युवक ने दंडवत प्रणाम करते हुए मुरादपुरा हनुमान मंदिर तक की यात्रा की।
सूरज ने अपने घर से मंदिर तक लगभग 6 किलोमीटर की दूरी दंडवत प्रणाम करते हुए तय की। जब उनसे इस अनूठी भक्ति के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि उनका हनुमान जी से विशेष लगाव है।
उन्होंने कहा, “मेरे मन ने कहा कि हनुमान जी के दर्शन के लिए दंडवत प्रणाम करते हुए जाना है। इसलिए मैं अपने घर से इस तरह मंदिर तक जा रहा हूं।”
भारतीय संस्कृति में भक्ति का विशेष महत्व रहा है। इतिहास में मीरा, रसखान की कृष्ण भक्ति और तुलसीदास जी की राम भक्ति जैसे कई उदाहरण मिलते हैं। सूरज की यह अनूठी भक्ति भी इसी परंपरा का हिस्सा है।