ग्वालियर: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब अपने महल जय विलास पैलेस में जनता दरबार लगाकर जनता से मिल रहे थे तभी उनके पैरों में एक आदिवासी महिला अपने पति के साथ रोती हुई गिर गईं. वह बार-बार महाराज न्याय दिलाओ कहते हुए गुहार लगाते हुए दिखीं. उसने केंद्रीय मंत्री सिंधिया को अपनी पीड़ा कागज के पन्नों पर लिख कर दी, इसमें कानून और अधिकारियों पर सीधे सवाल उठाया गया है.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने जयविलास पैलेस पर आम लोगों से मुलाकात की. इस दौरान शिवपुरी जिले से एक दर्जन से अधिक आदिवासी भी पहुंचे. इनमें पोहरी जनपद क्षेत्र के उपसिल गांव की आदिवासी महिला सरपंच कुसमा बाई भी शामिल थीं.सिंधिया के पास पहुंच आदिवासी महिला सरपंच और उनका पति उनके पैरों में गिर गए. पैर पकड़ कर महाराज न्याय दिलाओ की गुहार लगाने लगे. सिंधिया ने उनसे उनका आवेदन लिया और उनकी परेशानियों का निरकारण करने का आश्वासन दिया.
महिला बोलीं महाराज अधिकारी बड़े लोगों के कहने पर चलते हैं. सरपंच कुसमा बाई का कहना है कि वह विशेष पिछड़ी सहरिया जनजाति से आती है और पढ़ी-लिखी नहीं है। इसका फायदा उठाकर उनकी ग्राम पंचायत का सचिव उससे जबरन कागजों पर अंगूठा लगाने के लिए दबाव बनाता है। ज़ब वह इसका विरोध करती हैं तो वह उन्हें पद से हटवाने की धमकी देता हैं और आखिरकार उसने पंचायत के पंचों की खरीद फरोख्त और डरा धमका कर उसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला दिया हैं.