नयी दिल्ली, 18 फरवरी (वार्ता) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी व्यापारिक नीति को स्पष्ट करते हुए कहा है कि अमेरिका अपने व्यापारिक साझेदारों पर उन्हीं के लगाए गए टैरिफ के समान शुल्क लगाएगा ‘न अधिक, न कम।’
श्री ट्रंप ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “व्यापार में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए हम पारस्परिक टैरिफ नीति अपनाएंगे। यदि कोई देश अमेरिका पर टैरिफ लगाता है तो हम भी उस पर समान टैरिफ लगाएंगे- न ज्यादा, न कम।” उन्होंने यह भी कहा कि वैट प्रणाली (मूल्य संवर्धित कर) का उपयोग करने वाले देशों को भी टैरिफ के दायरे में रखा जाएगा क्योंकि यह प्रणाली कई मामलों में टैरिफ से भी अधिक कठोर होती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने दो टूक कहा कि अमेरिका को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने के लिए अन्य देशों को अपने माल को किसी तीसरे देश के माध्यम से भेजने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने व्यापारिक सब्सिडी और गैर-प्रत्यक्ष टैरिफ के प्रभाव को भी संतुलित करने की बात कही।
श्री ट्रंप ने कहा, “हम उन देशों द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी का भी मूल्यांकन करेंगे, जो अमेरिकी उत्पादों के लिए बाधाएं खड़ी करते हैं या अमेरिकी कंपनियों को अपने बाजार में प्रवेश से रोकते हैं। इन गैर-प्रत्यक्ष व्यापार बाधाओं की सटीक लागत निर्धारित करने की हमारी क्षमता है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी देश को अमेरिकी टैरिफ अधिक लगते हैं, तो उसे अपनी ओर से लगाए गए शुल्क को कम करना होगा। उन्होंने दोहराया कि यदि कोई कंपनी अमेरिका में उत्पादन करती है तो उस पर कोई टैरिफ लागू नहीं होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने पोस्ट के अंत में कहा, “अमेरिका वर्षों से अन्य देशों के साथ अनुचित व्यापार समझौतों का सामना कर रहा है। अब समय आ गया है कि ये देश निष्पक्षता अपनाएं और अमेरिकी श्रमिकों के लिए समान अवसर प्रदान करें। मैंने अपने विदेश मंत्री, वाणिज्य मंत्री, वित्त मंत्री और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) को निर्देश दिया है कि वे हमारी व्यापार प्रणाली में पारस्परिकता लाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।”