लापरवाही और बिना अनुमति अनुपस्थित 22 कर्मचारियों को हटाया

दो स्थायी कर्मचारियों को किया निलंबित
निगम आयुक्त के निर्देश पर अनुपस्थित कर्मचारियों पर कार्रवाई

इंदौर: नगर निगम आयुक्त ने अनुपस्थित कर्मचारियों पर कार्रवाई की है. कार्य में लापरवाही और बिना सक्षम स्वीकृति के अनुपस्थित रहने पर 22 कर्मचारियों को कार्य से हटाया गया और 2 कर्मचारियों को निलंबित किया गया.नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा द्वारा शहर में सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के साथ ही कर्मचारियों की कार्य स्थल से अनुपस्थिति को लेकर समस्त अपर आयुक्त को आवंटित झोन क्षेत्र में कर्मचारियों की उपस्थिति एवं अनुपस्थित कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे. यह भी निर्देश दिए गए थे कि जो कर्मचारी बिना सूचना या अनुमति के अनुपस्थित है या कार्य नहीं कर रहे हैं उनके विरुद्ध कार्य से बंद करने तथा स्थाई कर्मचारी होने पर निलंबन करने की कार्यवाही तत्काल प्रस्तुत की जाए.

आयुक्त के निर्देशानुसार अपर आयुक्त द्वारा अपने-अपने आवंटित जोन क्षेत्र में कार्य में लापरवाही करने वाले एवं लंबे समय से कार्य से बिना सक्षम स्वीकृति के अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई. इसके अंतर्गत झोन क्रमांक 9 के वार्ड क्रमांक 44, 45 एवं 47 के स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत कार्य में लापरवाही करने वाले एवं कार्य में रुचि नहीं रखने वाले के साथ ही नवंबर एवं दिसंबर 2023 से अनुपस्थित अतिरिक्त सफाई मित्र विजय पिता मोहन, राधा पति पूनम चंद, सचिन पिता मुकेश, दिनेश पिता रामदास, अश्विन पिता किशन, हेमराज पिता विष्णु, सुलभ पिता रामदास, लव कुश पिता अमर सिंह एवं शाहिद 9 कर्मचारियों को कार्य से हटाते हुए हाजिरी से मुक्त किया गया. स्थाई कर्मचारी कुंदन पिता पोखराम बेलदार को निलंबित किया गया.
6 माह से थे अनुपस्थित
इसके साथ ही आयुक्त श्री वर्मा के निर्देशानुसार झोन क्रमांक 11 के वार्ड क्रमांक 49, 54, 55 एवं 60 के प्रभारी दरोगा द्वारा दी गई रिपोर्ट अनुसार उक्त वार्ड में कार्यरत स्थाई विनियमित एवं अतिरिक्त सफाई मित्र जो अपने कार्य से बिना सूचना लगातार विगत 2 से 6 माह तक अनुपस्थित होने पर सीता सतीश, वर्षा विपिन, मनीष अर्जुन, अर्चना मनीष कंडारे, नरेंद्र राधा कृष्ण, श्याम राजेंद्र, कुणाल किशोर वेद, लखन राजू, राहुल लक्ष्मी नारायण, रवि कैलाश, रचना मनोहर, योगेश किशोर, आनंद मुन्नालाल 13 कर्मचारियों को कार्य से हटाते हुए हाजिरी से मुक्त किया गय. स्थाई कर्मचारी सुशीला रमेश बेलदार को निलंबित किया गया.

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