कुक्षी। प्रदेशभर में अपने अनेक वर्षों से सीमित संसाधनों में श्रेष्ठ शिक्षा, संस्कृति, संस्कार के साथ -साथ रोजगार प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका प्रदान करने वाले प्रायवेट विद्यालयों पर मान्यता नवीनीकरण के लिए शासन ने तर्कहीन, अव्यवहारिक, औचित्यहीन एवं पालकों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ बढ़ाने वाले नियमो का समस्त प्रायवेट विद्यालय संगठन विरोध किया है। बदले नियमानुसार रजिस्टर्ड किरायनामा, विद्यालय संचालन हेतु संस्था व DPC के नाम से 40000/ की FD का प्रावधान, RTE में निःशुल्क शिक्षण प्रदान की अनिवार्यता के पश्चात भी प्रति वर्ष विद्यालय पर 4000/-की राशि अधिरोपित करना जबकि विद्यालय को अनेकों बार ऑनलाइन जानकारी हेतु स्वयं अपनी और से प्रति विद्यार्थी शुल्क जमा करना होता है। शिक्षक-शिक्षिकाओं के आधार सत्यापन, अनावश्यक प्रमाणीकरण की अनिवार्यता आदि के साथ ही अनावश्यक डाटा कलेक्शन आदि में विद्यालयों पर दबाव RTE में निःशुल्क शिक्षण देने के बाद भी समय पर भुगतान न होना भुगतान हेतु अनेक जटिल प्रक्रियाएं विद्यालय संचालन में व्यवधान एवं विसंगतियां प्रस्तुत कर रहीं हैं।
शिक्षा, संस्कार एवं रोजगार प्रदान कर रही संस्थाओं हेतु शासन के नियम पूर्व की भांति सरल एवं नीतिसंगत हों न क्लिष्ट एवं अनावश्यक भ्रांतियां तनाव प्रदान करने वाले । बार-बार अनुनय विनय, आग्रह करने पर भी उचित निर्णय न लेने के विरोध में समस्त एसोसिएशन मजबूरन 30 जनवरी 2025 को विद्यालय बंद रखने का निर्णय लेने के लिए मजबूर हुए।प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम आईएएस एसडीएम विशाल धाकड़ व विधायक सुरेन्द्र सिंह बघेल को दिया गया उक्त विसंगतियां दूर करने को लेकर ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन के पूर्ण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथी होने पर उनकी प्रतिमा पर माल्या अर्पण कर श्रद्धांजलि दी गई इस अवसर पर एलिजियन्स स्कुल, ब्राईट स्कुल,श्रीजी विहार, वैधनाथ स्कुल, रम्मी-डम्पी स्कुल, कुक्षी पब्लीक स्कुल, शारदा बालविद्या मंदीर, युनिक स्कुल, रेडियन्ट स्कुल, परफेक्ट स्कुल, स्मार्ट किड्स, जिनियस स्कुल पुष्पम एकेडमी, दाताहरी स्कुल के ड्राइरेक्टर उपस्थित थे ज्ञापन का वाचन श्री मति पद्मिनी चौहान ने किया अंत मे सभी का आभार प्राइवेट स्कुलस् एसोसिएशन तहसील अध्यक्ष डॉ निर्मल कुमार पाटीदार ने व्यक्त किया