जबलपुर:भेड़ाघाट अंतर्गत लम्हेटा बायपास स्थित एम्बियंस लाज में घाट फेस्टिवल में कलाकारों के इवेंट के नाम पर टिकिट के रूप में जनता से लाखों रूपए लेेने के बाद शो को कैंसल करने के मामले में पकड़े गए मैनेजर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने शनिवार को न्यायालय में पेश किया रिमांड पर लिया था जिसकी रिमांड खत्म होने पर मंगलवार को पुन: उसे न्यायालय में पेश किया गया जहां से कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया गया हैं।विदित हो कि लम्हेटा बायपास स्थित एम्बियंस लज में घाट फेस्टिवल में गुरूवार शाम 6 बजे से सुनील ग्रोवर, पीयूष मिश्रा आदि कलाकारों का कार्यकम सुनिश्चित था, उक्त कार्यक्रम में लगभग 1500-2000 लोग उपस्थित थे, परंतु लगभग रात्रि 08:30 बजे तक किसी भी कलाकार के न आने के कारण आमजनों में लगातार आक्रोश की स्थिति बन गई थी।
जनता द्वारा उग्र हो होकर तोडफ़ोड़ कर दी गई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस प्रशासनिक अमले ने जांच की तो यह बात सामने आई कि कलाकारों को राशि भुगतान न किए जाने के कारण कलाकार कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंचे। साथ ही आयोजक संस्था द्वारा कायक्रम के अन्य वेंडरों को अनुबंध अनुसार राशि भुगतान नहीं किया था जिस कारण लाईट, साउंड, एंकर आदि के वेंडरों द्वारा भी कार्यकम में भाग नहीं लिया गया। आयोजक संस्था द्वारा जिन कलाकारों के इवेंट के नाम से जनता से लाखों रूपये की राशि ली गई, उन कलाकारों का कार्यक्रम नहीं कराया गया। जनता की राशि का गबन कर धोखाधड़ी की गई श्रीमती रश्मि चौधरी, अतिरिक्त तहसीलदार गोरखपुर की रिपोर्ट पर पुलिस ने मैनेजर राहुल मिश्रा, आदित्य श्रीवास्तव व अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
खातों की हुई जांच, पूछताछ मेंं उगले राज
पुलिस रिमांड में मैनेजर राहुल मिश्रा को लेकर पुलिस ने अनेक बिन्दुओं पर जांच की। खातों में हुए ट्रांजेक्शन का ब्यौरा जुटाने के साथ कहां से रकम आई और कहां भेजी गई इसकी भी जांच की गई। आयोजक संस्था द्वारा उक्त कार्यक्रम के टिकट बुक माय शो ऑनलाइन प्लेटफार्म एवं काउंटर के माध्यम से आमजनों से बुक कराए गए है, जिसमें व्हीआईपी लाउज सिटिंग प्रतिव्यकित लगभग 600 से 3500 रूपये प्रति व्यक्ति के मान से व्ही आईपी स्टैंडिंग एवं जनरल स्टैंडिंग के रूप में अलग-अलग श्रेणी के हिसाब से टिकट की राशि ली गई है। रिमांड में आरोपित राहुल ने कई राज भी उगले है। पुलिस अब फरार साथियों की तलाश कर रही है।