जनसुनवाई में मिली शिकायत पर कलेक्टर की त्वरित कार्रवाई
इंदौर:चालीस करोड़ की सरकारी जमीन पर भू माफियाओं द्वारा मंदिर के नाम पर कब्जे की साजिश को कलेक्टर ने नाकाम कर दिया। साथ ही त्वरित कार्रवाई करते हुए वहां डॉ. अम्बेडकर और संत रविदास की रातों रात प्रतिमा रखकर विवाद पैदा कर दिया. स्थिति यह हो गई कि पूर्व मुख्यमंत्री अंबेडकर के नाम से उक्त स्थल पर पहुंच गए.कलेक्टर आशीष सिंह को जनसुनवाई में शिकायत मिली की मंदिर के नाम पर 40 करोड रुपए की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। यह जमीन पिपलियाहाना के सर्वे नंबर 644 की 4.905 चरनोई की सरकारी जमीन है। उक्त जमीन पर मंदिर के नाम से भू माफियाओं बॉबी छाबड़ा और अन्य कब्जा करने में सक्रिय थे। कलेक्टर ने ध्यान में आते ही जिला प्रशासन व नगर निगम की टीम ने कल संयुक्त कार्रवाई कर अवैध कब्जे को हटा दिया है.
एसडीएम घनश्याम धनगर ने बताया है कि हल्का पटवारी ग्राम पिपल्याहाना द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था कि ग्राम पिपल्याहाना स्थित भूमि खसरा क्रमांक 644 शासकीय चरनोई में दर्ज है. उक्त भूमि के पैकि रकबा 0.093 हेक्टेयर पर दो पक्के चबूतरे बनाकर उन पर मूर्ति स्थापित कर व शौचालय, टीनशेड बनाकर अतिक्रमण किया गया. कल कार्रवाई कर सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया. इस जमीन का आज बाजार मूल्य 40 करोड़ से भी अधिक है. जांच में यह भी बात सामने आई कि वर्ष 2019 में भी अवैध कब्जे का प्रयास किया गया था. स्थानीय रहवासियों के अनुसार यहां कच्चा शमशान था , जो कि राजस्व रिकॉर्ड में शासकीय चरनोई की मद में दर्ज है. कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम घनश्याम धनगर के द्वारा मौके पर जाकर की गई इस कार्रवाई से क्षेत्र के नागरिकों में प्रसन्नता है.
मूर्ति हटाने को लेकर भीम आर्मी का प्रदर्शन
उक्त सरकारी जमीन पर रातों रात डॉ. अम्बेडकर और संत रविदास की प्रतिमा पक्के चबूतरे पर स्थापित कर दी गई. क्षेत्रीय रहवासियों ने जनसुनवाई में शिकायत की ओर कलेक्टर ने तुरंत कारवाई के निर्देश दिए. कल कारवाई कर दी गई. आज सुबह भीम आर्मी के लोग अंबेडकर प्रतिमा हटाने को लेकर कलेक्टर कार्यालय प्रदर्शन करने पहुंचे थे. उन्होंने प्रतिमा का अपमान और हटाने को लेकर ज्ञापन दिया.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह भी पहुंचे
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह पिपलियाहाना उक्त सरकारी जमीन पर पहुंचे और वहां धरना दे रहे भीम आर्मी के लोगों से मुलाकात की. इस दौरान सिंह ने कहा कि भाजपा द्वारा संविधान और डॉ. अम्बेडकर का लगातार अपमान किया जा रहा है. आरएसएस और भाजपा एक ही हैं और ये दलित आदिवासियों के साथ अन्याय कर रहे है. इन्होंने संविधान जलाया है। इनकी विचारधारा संविधान विरोधी है