वडोदरा 18 जनवरी (वार्ता) रविचंद्रन स्मरण (101) की कृष्णन श्रीजीत (78) और अभिनव मनोहर (79) के साथ एक के बाद एक शतकीय भागीदारी की मदद से कर्नाटक ने विजय हजारे ट्राफी के फाइनल मुकाबले में शनिवार को छह विकेट पर 348 रन ठोक दिये और विदर्भ को जीत के लिये प्रति ओवर लगभग सात रन बनाने की चुनौती दी।
कोटाम्बी स्टेडियम पर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला विदर्भ के लिये शुरुआती ओवर में मुनासिब जान पड़ा जब कप्तान मयंक अग्रवाल (32),देवदत्त पड्डिक्कल (8) और केवी अनीस (23) के विकेट 67 रन पर उखड़ चुके थे मगर आज कर्नाटक के मध्यक्रम की बारी थी और इस कसौटी पर वे खरे भी उतरे। रविचंद्रन ने पहले श्रीजीत के साथ 160 रन की भागीदारी कर टीम को संकट से उबारा और बाद में अभिनव मनोहर के साथ मिल कर 106 रन की एक और भागीदारी कर विदर्भ के सामने मजबूत चुनौती पेश कर दी।
रविचंद्रन ने अपनी शतकीय पारी के दौरान 92 गेंदे खेल कर सात चौके और तीन छक्के लगाये। वह पारी के 49वें ओवर में दर्शन नालकंडे का शिकार बने। इससे पहले श्रीजीत का विकेट यश कदम ने निकाला। अभिनव ने मात्र 42 गेंदो की पारी में धुआंधार प्रदर्शन करते हुये दस चौके और चार आसमानी छक्के लगा कर वहां मौजूद दर्शकों को भरपूर मनोरंजन किया।
विदर्भ की ओर से दर्शन नालकंडे और नाचिकेत भूटे को दो दो विकेट मिले वहीं यश ठाकुर और यश कदम के हिस्से में एक एक विकेट आया।