भारत सरकार की संयुक्त सचिव ने स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर के कामों को देखा
इंदौर: इंदौर का जीरो वेस्ट मॉडल देश के दूसरे शहरों के लिए अनुकरणीय है. कचरे के सेग्रीगेशन और जीरो वेस्ट के क्षेत्र में इंदौर का काम बेहतरीन है.यह बात भारत सरकार के शहरी कार्य मंत्रालय की संयुक्त सचिव रूपा मिश्रा ने कही. स्वच्छता और कचरा प्रबंधन में देशभर में अग्रणी इंदौर ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया. जब आज आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की संयुक्त सचिव रूपा मिश्रा ने शहर के जीरो वेस्ट मॉडल का निरीक्षण किया.
इस दौरे में नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा और अतिरिक्त आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने उन्हें जानकारी दी. इंदौर का यह जीरो वेस्ट मॉडल ह्यूमन मैट्रिक्स सेक्योराइट द्वारा प्रबंधित और संचालित किया जाता है, जो स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रणी है. संयुक्त सचिव रूपा मिश्रा ने इंदौर के जीरो वेस्ट वार्ड के रुप में पहचाने जाने वाले वार्ड क्रमांक 47 में राजकुमार रेलवे ओव्हर ब्रिज के नीचे विभिन्न कचरा प्रबंधन केंद्रों का दौरा किया. उन्होंने एमआरएफ सेंटर (मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) का दौरा किया. यहां सूखे कचरे को अलग कर पुनः उपयोगी सामग्री निकालने और रिसायकल करने का कार्य यहां किया जाता है. उन्होने प्लास्टिक वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट को देखा. इइसके अलावा गीला कचरा प्रोसेसिंग यूनिट का भी दौरा किया.
अनुभवों व सफलता का दस्तावेजीकरण करें
इन केंद्रों की कार्यप्रणाली, तकनीकी संचालन, और नवाचारों का विस्तृत विवरण ह्यूमन मैट्रिक्स की ओर से कैप्टन संप्रीत सिंह ने प्रस्तुत किया. उन्होंने बताया कि किस प्रकार ह्यूमन मैट्रिक्स इंदौर में कचरा प्रबंधन की आधुनिक तकनीकों को लागू कर जीरो वेस्ट मॉडल को सफलतापूर्वक संचालित कर रहा है. निरीक्षण के दौरान रूपा मिश्रा ने इंदौर नगर निगम और ह्यूमन मैट्रिक्स के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इंदौर का जीरो वेस्ट मॉडल न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि नागरिक भागीदारी का भी बेहतरीन उदाहरण है. इसे पूरे देश के अन्य शहरों में लागू किया जा सकता है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस मॉडल के अनुभवों और सफलता को दस्तावेजीकरण कर अन्य शहरी स्थानीय निकायों के साथ साझा किया जाना चाहिए. इस दौरे के दौरान नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा और अतिरिक्त आयुक्त अभिलाष ने बताया कि कैसे ह्यूमन मैट्रिक्स के साथ मिलकर इंदौर ने विभिन्न स्रोतों से कचरे को अलग करने, संग्रहण, और पुनर्चक्रण के कार्यों को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया है