*दोनों संस्थाएं एक दूसरे को एकेडमिक, रिसर्च, ट्रेंनिंग के लिए रिसोर्स उपलब्ध कराएंगे*
ग्वालियर। माधव विधि महाविद्यालय एवं पुलिस प्रशिक्षण शाला तिघरा के बीच आज मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. नीति पांडे एवं पुलिस ट्रेनिंग स्कूल तिघरा की पुलिस अधीक्षक श्रीमती सुमन गुर्जर ने पी.टी.एस. तिघरा में हस्ताक्षर किए। दोनों संस्थाओं के बीच 5 वर्षों के लिए यह एमओयू साइन किया गया। जिसके अंतर्गत दोनों संस्थाएं एक दूसरे को न सिर्फ एकेडमिक अपितु रिसर्च, ट्रेंनिंग, सर्टिफिकेशन हेतु रिसोर्स उपलब्ध कराएंगे जिसमें ह्यूमन रिसोर्स एवं फिजिकल फेसेलिटीज शामिल होगी। इसका उद्देश्य क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन को इनोवेटिव, टाइमवाउंड एवं ऑथेंटिक बनाने के साथ-साथ पब्लिक सेफ्टी सिक्योर करना है। डॉक्टर नीति ने बताया कि यह किताबी ज्ञान एवं व्यवहारिक ज्ञान का अनोखा मिश्रण होगा जिससे न सिर्फ विधि के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे बल्कि पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी नई-नई एप्रोच से विधिक विषयों से अपडेट किया जाकर उन्हें ट्रेंड किया जाएगा। एडवांस टेक्नोलॉजी के माध्यम से क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन और अधिक ऑथेंटिक एवं इफेक्टिव होगी ताकि पुलिस वर्तमान अन्वेक्षण में आने वाली टेक्नोलॉजिकल चैलेंज को मीटआउट कर समयवद्ध अन्वेक्षण करने में सक्षम बन सके।
डॉ. पांडे ने बताया कि यह मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग दोनों संस्थाओं के विकास में सहायक होगा और इसके माध्यम से महाविद्यालय कम्युनिटी सर्विस हेतु भी अपना प्रयास करने में सफल होगा। दोनों संस्थान के अनुभवी अधिकारियों द्वारा नॉलेज शेयर कर एक दूसरे को सहयोग किया जाएगा। महाविद्यालय की तरफ से नेक कोऑर्डिनेटर डॉ. राहुल शर्मा एवं पी. टी.एस. तिघरा की तरफ से भी राघवेंद्र कमरिया ने विटनेस के तौर पर हस्ताक्षर किए।