सिडनी 03 जनवरी (वार्ता) बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के शुक्रवार को शुरु हुये पांचवें टेस्ट मैच में गेंद और बल्ले के संघर्ष के बाद जसप्रीत बुमराह और सैम कॉन्स्टास एकदूसरे साथ बहस करते हुए दिखे।
यह बहस ऑस्ट्रेलिया की पारी दिन का खेल समाप्त होने में केवल 15 मिनट पहले शुरू हुई और पहले ही गेंद पर कॉन्स्टास क्रीज से बाहर निकले और बुमराह को मिडविकेट की दिशा में बाउंड्री लगाई। यहां से मामला गर्म होना लाजमी था। ऐसा लग रहा था कि दोनों पक्ष बहस के लिए आतुर है। इसको उस्मान ख्वाजा ने हवा दी।
तीसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर बुमराह पूरी तरह से गेंद फेंकने के लिए तैयार थे लेकिन उस्मान ख्वाजा अपने क्रीज से हट गए। एकबार के लिए ऐसा लगा कि ख्वाजा ने ऐसा इसलिए किया ताकि थोड़ी देरी हो सके और भारत एक और ओवर न कर सके। इस को लेकर बुमराह ने आपत्ति जताई और उसके जवाब में कॉन्स्टास ने पीछे मुड़ कर बुमराह को कुछ कहा। बात यहां तक आ गई कि अंपायर को बीच बचाव करना पड़ा।
इसके बाद पांचवीं गेंद ऑफ स्टंप के बाहर से निकल जाती है, जिस पर ख़्वाजा कोई शॉट नहीं लगाते। ओवर की आखिरी गेंद पर बुमराह ख्वाजा को स्लिप में कैच आउट करा देते हैं, जिसके बाद बुमराह और भारत के अन्य खिलाड़ी कॉन्स्टास के सामने जाकर पूरे जोश के साथ जश्न मनाते हैं।
ऋषभ पंत ने इस घटना के बारे में कहा, “मुझे लगता है कि वे थोड़ा समय बर्बाद करना चाहते थे। बुमराह इससे निराश थे और उसी के कारण वह घटना हुई। उनके बीच जो बहस हुई मैंने नहीं सुना लेकिन वो लोग नहीं चाहते थे कि हम एक और ओवर करें।”